NewDelhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के मौके पर देश के बंटवारे के दौरान जान गंवाने वालोंको श्रद्धांजलि दी. मोदी ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस उन भारतवासियों को श्रद्धापूर्वक स्मरण करने का अवसर है, जिनका जीवन देश के बंटवारे की बलि चढ़ गया. साथ ही यह दिन उन लोगों के कष्ट और संघर्ष की भी याद दिलाता है, जिन्हें विस्थापन का दंश झेलने को मजबूर होना पड़ा. ऐसे सभी लोगों को मेरा शत-शत नमन. बता दें कि केंद्र की भाजपा सरकार ने 2021 में 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की थी. यह दिन 1947 में भारत के विभाजन के दौरान लोगों की पीड़ा और कष्टों का स्मरण कराता है. (पढ़ें, झामुमो-कांग्रेस और भाजपा के बीच मची रही जुबानी जंग)
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस उन भारतवासियों को श्रद्धापूर्वक स्मरण करने का अवसर है, जिनका जीवन देश के बंटवारे की बलि चढ़ गया। इसके साथ ही यह दिन उन लोगों के कष्ट और संघर्ष की भी याद दिलाता है, जिन्हें विस्थापन का दंश झेलने को मजबूर होना पड़ा। ऐसे सभी लोगों को मेरा शत-शत नमन।
— Narendra Modi (@narendramodi) August 14, 2023
देश का विभाजन इतिहास में एक काला अध्याय-शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने धर्म के आधार पर विभाजन को काला अध्याय बताया. उन्होंने एक्स पर लिखा कि 1947 में धर्म के आधार पर देश का विभाजन इतिहास में एक काला अध्याय है. इससे उत्पन्न हुई नफरत ने लाखों लोगों की जान ली और करोड़ों लोगों को विस्थापित किया. देश को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी और कई लोग आज भी इस विभीषिका का दंश झेल रहे हैं. आज ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर उन सभी लोगों को नमन करता हूं, जिन्होंने विभाजन के कारण अपनी और अपने परिजनों की जान गंवायी.
1947 में धर्म के आधार पर देश का विभाजन इतिहास में एक काला अध्याय है। इससे उत्पन्न हुई नफरत ने लाखों लोगों की जान ली और करोड़ों लोगों को विस्थापित किया। देश को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी और कई लोग आज भी इस विभीषिका का दंश झेल रहे हैं। आज ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर उन सभी… pic.twitter.com/3nibX4H75K
— Amit Shah (@AmitShah) August 14, 2023
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