अगर आपको लगता है कि सरकार की किसी गाइडलाइन्स में अपने इनपुट डालकर कुछ बेहतर किया जा सकता है, तो बिना संकोच उसे लागू करें
NewDelhi : कोरोना की दूसरी लहर के बीच आज मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने देश के 46 प्रभावित जिलों के डीएम से सीधे संवाद कर वहां का हालचाल जाना. पीएम ने संवाद के क्रम में जिलों की स्थानीय स्थिति, डीएम के अनुभव और आने वाली तैयारियों पर चर्चा की. संवाद कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे.
वर्चुअल मीटिंग में पीएम मोदी ने अधिकारियों से कोविड-19 हैंडलिंग को लेकर उनके अनुभवों की जानकारी ली. ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने पर जोर देते हुए कुछ टिप्स भी साझा किये मोदी ने अधिकारियों से कहा कि वे अपने जिले में कोविड पर कंट्रोल करें, देश में अपने-आप कोविड पर नियंत्रण हो जायेगा. मोदी ने अधिकारियों को ‘फील्ड कमांडर करार देते हुए कहा कि आप सब भारत की इस लड़ाई का नेतृत्व कर रहे हैं. बता दें कि बैठक में राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए.
हर एक नागरिक की ईज ऑफ लिविंग’ का ध्यान रखना है
पीएम मोदी ने अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने जिलों में कोविड संक्रमण को कम करने के लिए जो करना पड़े, वो कदम उठायें. उन्होंने कहा कि ‘मेरी तरफ से आपको पूरी छूट है. अगर आपके पास कोई ऐसा सुझाव है जो पूरे देश के काम आ सकता है तो बिना हिचक केमुझे जरूर बतायें. पीएम ने कहा किकोविड के अलावा आपको अपने जिले के हर एक नागरिक की ‘ईज ऑफ लिविंग’ का भी ध्यान रखना है. हमें संक्रमण को भी रोकना है और दैनिक जीवन से जुड़ी जरूरी सप्लाई को भी बेरोकटोक चलाना है.
कोरोना काल में कई लोगों ने अपने परिजनों को खोया है
प्रधानमंत्री मोदी ने जिलाधिकारियों से कहा कि कोरोना काल में कई लोगों ने अपने परिजनों को खोया है. पीएम ने सभी डीएम से कहा कि आपने अपने जिलों में क्या किया है, वह मुझे लिखकर भेजें, हम अन्य जिलों में भी उसे लागू करेंगे. कहा कि हर जिले की अपनी अलग चुनौतियां हैं, अगर आपका जिला जीतता है, तो देश जीतता है. गांव-गांव में संदेश जाना चाहिए कि वह अपने गांव को कोरोना मुक्त रखेंगे.
गांववाले खुद ही अपने हिसाब से मैनेज कर रहे हैं
प्रधानमंत्री ने कहा कि गांववाले खुद ही अपने हिसाब से मैनेज कर रहे हैं, पहली लहर में भी गांव वालों ने इस संकट को संभाला था. कोरोना के खिलाफ इस युद्ध में हर कोई एक अहम भूमिका निभा रहे हैं, सभी डीएम इस युद्ध के फील्ड कमांडर हैं. लोगों को सही और सटीक जानकारी पहुंचानी चाहिए, ताकि किस अस्पताल में कितने बेड हैं और कहां पर बेड्स खाली हैं, का पता चले. कहा कि फ्रंटलाइन वर्कर्स को बढ़ावा देना जरूरी है.
जिलाधिकारी अपने जिले के अनुसार काम करें
श्री मोदी ने जिलाधिकारियों से कहा कि वे अपने जिले के अनुसार काम करें, अगर आपको लगता है कि सरकार की किसी गाइडलाइन्स में अपने इनपुट डालकर कुछ बेहतर किया जा सकता है, तो बिना संकोच उसे लागू करें. हमारी कोशिश हर एक जीवन को बचाने की है, टेस्टिंग-ट्रैकिंग-ट्रीटमेंट-आइसोलेशन पर बल देना जरूरी है. गांव-गांव में जागरूकता बढ़ानी है और इलाज की सुविधाएं जोड़नी हैं.
वैक्सीन से जुड़े हर भ्रम को निरस्त करना है
पीएम मोदी ने कहा कि पीएम केअर्स की ओर से हर जिले के अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाये जा रहे हैं, जहां ये लगने वाले हैं वहां पहले ही तैयारियां पूरी कर लेनी चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि वैक्सीन से जुड़े हर भ्रम को निरस्त करना है, कोरोना के टीके की सप्लाई को बढ़ाना जारी है.
पीएम मोदी ने कहा कि कोशिश की जा रही है कि सभी राज्यों को 15 दिन पहले ही टीकाकरण का शेड्यूल दे दिया जाये, ताकि टीकाकरण जारी रहे. बता दें कि देश के कई जिले ऐसे हैं, जो इस वक्त कोरोना की मार झेल रहे हैं. ऐसे में अब जब लड़ाई गांवों में लड़ी जा रही है, तो स्थानीय प्रशासन का महत्व बढ़ जाता है. प्रधानमंत्री मोदी के साथ चर्चा में कर्नाटक, बिहार, असम, चंडीगढ़, उत्तराखंड, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, गोवा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली के अधिकारी शामिल हुए.
20 मई को भी होगी बैठक
जान लें कि मोदी सरकार द्वारा पहले भी स्थानीय स्तर पर स्क्रीनिंग, कंटेनमेंट ज़ोन, स्वास्थ्य की सुविधाओं को लेकर राज्यों से अपील की गयी थी. जिलाधिकारियों के साथ इस चर्चा का दूसरा चरण 20 मई को होगा, जिसमें पीएम मोदी अन्य राज्यों के जिलाधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे.