Search

PMAY (U) : बिचौलिये ने ग्रामीण महिलाओं को बना दिया शहरी, 6 लाभुकों के खाते में आयी राशि हुई बंदरबांट, आज जांच करने जाएगी निगम की टीम

Ranchi : प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) में बिचौलियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से बड़ा खेल चल रहा है. देवघर में PMAY(U) में बड़ी गड़बड़ी सामने आयी है. जहां बिचौलियों ने ग्रामीण इलाके की महिलाओं को शहरी क्षेत्र का लाभुक साबित कर उनके नाम पर आई राशि की निकासी कर ली. मामला देवघर के मोहनपुर प्रखंड के मलहारा गांव का है. यह गांव पंचायत में पड़ता है, लेकिन यहां की 6 महिलाओं मीना देवी, बसंती देवी, मुन्नी देवी, अस्मानी देवी, सरिता देवी और सुमित्रा देवी को निगम क्षेत्र का लाभुक बनाकर बिचौलियों ने PMAY(U) के तहत उनके खाते में आई 45-45 हजार रुपये की राशि निकाल ली. देवघर नगर निगम की टीम सोमवार को मामले की जांच के लिए मलहारा जाएगी. वहीं बिचौलिये से ठगी गई महिलाएं कार्रवाई के डर से सहमी हुई हैं. इसे भी पढ़ें - आदित्यपुर">https://lagatar.in/adityapur-six-cows-were-being-taken-to-tavera-six-cows-were-plucked-from-the-lead-of-the-car-three-absconding-including-the-driver/">आदित्यपुर

: टवेरा में ढूंसकर ले जाए जा रहे थे छह गौ वंश, गाड़ी का सीसा तोड़कर निकाले गए, चालक सहित तीन फरार

बिचौलिये के जाल में ऐसे फंसी महिलाएं

मलहारा गांव की करीब 25 महिलाओं से बिचौलियों ने PMAY(U) का फार्म भरवाया था. फर्जी पेपर्स तैयार कर उन्हें वार्ड नंबर 26 का निवासी बना दिया, जबकि इन महिलाओं और उनके परिवार की जमीन वार्ड 26 में है ही नहीं. 2 महीने पहले एक बिचौलिया गांव आया था. उसने गांव की अनपढ़ महिलाओं को झांसे में लिया. जो महिलाएं प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) का लाभ लेने के लिए फार्म भरना चाह रही थी. बिचौलिये ने उन्हें PMAY(U) का फॉर्म भरने को कहा. ग्रामीण महिलाओं को कहा कि ब्लॉक में पीएम आवास योजना का सवा लाख रुपये मिलता है, जबकि वह उन्हें निगम से सवा दो लाख रुपये दिलवायेगा. इसमें से एक लाख रुपये महिलाओं को दिया जाएगा और बाकि राशि वो खुद रखेगा. एक बार पैसा आ जाने के बाद महिलाओं को घर भी बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और निगम से कोई जांच करने वाला भी नहीं आयेगा. इसे भी पढ़ें -सुनील">https://lagatar.in/sunil-tiwari-filed-bail-petition-in-the-high-court-bail-has-been-rejected-by-the-lower-court/">सुनील

तिवारी ने हाईकोर्ट में दायर की जमानत याचिका, निचली कोर्ट से रिजेक्ट हो चुकी है बेल

सीएचपी संचालक की भी मिलीभगत

महिलाओं ने फॉर्म भर दिया और बिचौलिये ने कर्मचारियों, पदाधिकारियों की मिलीभगत से महिलाओं को फर्जी तरीके से वार्ड 26 का निवासी बना दिया. महिलाओं का नाम PMAY(U) की लाभुकों की लिस्ट में भी चढ़ गया. इसके बाद पहली किस्त 45-45 हजार रुपये 6 महिलाओं के खाते में आई. मलहारा गांव के एसबीआई के सीएचपी संचालक ने महिलाओं से बायोमैट्रिक मशीन और निकासी फॉर्म पर उनके अंगूठे का निशान ले लिया, लेकिन उन्हें पैसे नहीं दिया. यह पैसा बिचौलिये को मिला. बाद में बिचौलिये ने सभी महिलाओं को बुलाकर 10 से 25 हजार रुपये तक दिये. इसे भी पढ़ें -झारखंड">https://lagatar.in/illegal-weapons-started-making-in-jharkhand-too/">झारखंड

में भी बनने लगे अब अवैध हथियार

जांच के बाद होगी कार्रवाई- सिटी मैनेजर

देवघर नगर निगम के सिटी मैनेजर मृणाल कुमार ने बताया कि गड़बड़ी की शिकायत मिली है. निगम के पीएम आवास के लाभुकों की लिस्ट में महिलाओं के नाम का चयन हुआ है. पीएम आवास के सरकारी खाते महिलाओं उनके खाते में 45-45 हजार ट्रांसफर हुआ है. सीएचपी संचालक की भी भूमिका संदिग्ध लग रही है. उन्होंने कहा कि नगर निगम की टीम सोमवार शाम तक मामले की जांच करने गांव जाएगी. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी. इसे भी पढ़ें -क्रूज">https://lagatar.in/cruise-drugs-party-case-aryan-made-many-revelations-by-crying-could-only-talk-to-shahrukh-for-2-minutes/">क्रूज

ड्रग्स पार्टी केस : आर्यन खान ने रो-रो कर किये कई खुलासे, सिर्फ 2 मिनट शाहरुख से कर पाये बात [wpse_comments_template]

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp