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रूस में 8.8 तीव्रता का आया शक्तिशाली भूकंप, कई देशों में सुनामी की चेतावनी

  • गवर्नर व्लादिमीर सोलोदोव बोले-दशकों में सबसे बड़ा भूकंप'
  • जुलाई में भी आए थे पांच समुद्री भूकंप
  • विशेषज्ञों ने जताई गंभीर चिंता
  • रूस में आपातकालीन कमेटी सक्रिय

Lagatar Desk :  रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कामचत्स्की प्रायद्वीप में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 8.8 मापी गई. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से 133 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में, समुद्र के भीतर 74 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था. भूकंप के जोरदार झटके आने के बाद रूस ही नहीं, बल्कि जापान, हवाई, न्यूजीलैंड और इंडोनेशिया तक हाई अलर्ट पर है.

 

भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी, कई देशों में हाई अलर्ट

भूकंप के झटके आने के बाद कई देश हाई अलर्ट पर है. रूस के पूर्वी तटों पर सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई. जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने एक मीटर तक ऊंची लहरों की संभावना जताई है. वहीं, हवाई की सिविल डिफेंस एजेंसी ने चेताया है कि भूकंप की तीव्रता अधिक होने के कारण विनाशकारी लहरें उठ सकती हैं. 

 

 

न्यूजीलैंड और इंडोनेशिया में भी खतरे की घंटी

न्यूजीलैंड की नेशनल इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी (NEMA) और इंडोनेशिया की जियोफिजिक्स एजेंसी ने भी अपने-अपने समुद्री क्षेत्रों में असामान्य और खतरनाक लहरों को लेकर चेतावनी जारी की है. लोगों से समुद्र से सटे इलाकों से दूर रहने और सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है. 

 

 

स्थानीय हालात भयावह, प्रशासन अलर्ट पर

रूस के कुरिल द्वीप समूह में सुनामी की लहरें टकरा चुकी हैं और कई इलाकों में सायरन बजाकर लोगों को सचेत किया जा रहा है. सरकारी एजेंसियां तटीय क्षेत्रों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने में जुटी है. कई जगहों पर भूकंप के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें इमारतें हिलती नजर आ रही हैं और लोगों में अफरा-तफरी का माहौल है. 

 

इतिहास में सबसे शक्तिशाली झटका  : गवर्नर व्लादिमीर

कामचत्स्की के गवर्नर व्लादिमीर सोलोदोव ने बताया कि यह भूकंप पिछले कई दशकों में महसूस किया गया सबसे शक्तिशाली झटका था. उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच में किसी बड़े नुकसान या हताहत की खबर नहीं है, लेकिन सतर्कता बेहद जरूरी है. एक किंडरगार्टन के आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने की पुष्टि हुई है. 

 

जुलाई में भी समुद्र के नीचे आये थे भूकंप के पांच झटके

यह पहला मौका नहीं है, जब इस इलाके में इतनी तीव्रता का भूकंप आया है. जुलाई की शुरुआत में भी समुद्र के नीचे लगातार पांच शक्तिशाली भूकंप आये थे. विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार का भूकंप केवल 19.3 किलोमीटर की उथली गहराई पर आने के कारण सतह पर इसका प्रभाव और अधिक घातक हो सकता है. 

 

सरकार ने आपातकालीन समिति का किया गठन

जापान सरकार ने आपातकालीन समिति का गठन किया है.  वहीं, रूस के सखालिन क्षेत्र से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है. सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे आपातकालीन निर्देशों का पालन करें और तटीय इलाकों से दूर रहें. 

 

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