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पूर्णिया : सब्जी दुकान की आड़ में चल रहा था हथियारों का धंधा, कारतूस, पिस्टल और AK-47 के ब्रिज ब्लॉक के साथ तस्कर गिरफ्तार

  • सब्जी दुकान की आड़ में चल रहा था हथियारों का धंधा
  • गुप्त सूचना पर पुलिस ने की छापेमारी
  • कारतूस, पिस्टल और AK-47 ब्रिज ब्लॉक
  • हथियार तस्कर कुणाल गिरफ्तार
  • कुणाल का साथी अमित अब भी फरार

Bihar :  पूर्णिया जिले में पुलिस ने हथियार तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. सब्जी की दुकान की आड़ में हथियारों की तस्करी की जा रही थी. पुलिस ने मौके से एक पिस्टल, 440 जिंदा कारतूस और AK-47 का ब्रिज ब्लॉक बरामद किया है. पुलिस ने मौके से एक हथियार तस्कर कुणाल कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है, जो पहले भी कई बार जेल जा चुका है. 

 

गुप्त सूचना पर पुलिस ने की छापेमारी

जानकारी के अनुसार, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पूर्णिया के खजांची हाट थाना क्षेत्र के कॉलेज चौक पर स्थित एक सब्जी दुकान में हथियारों के अवैध कारोबार चल रहा है. पुलिस ने सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए छापा मारा. छापेमारी के दौरान पुलिस को भारी मात्रा में कारतूस के साथ-साथ एके-47 का ब्रिज ब्लॉक मिले.

 

सब्जी बेचने की आड़ में हथियारों का कर रहा था धंधा

SP स्वीटी सहरावत ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी कुणाल कुमार सब्जी बेचने की आड़ में हथियारों की तस्करी करता था. वह एक शातिर तस्कर है, जिसकी आपराधिक पृष्ठभूमि पहले से ही संदिग्ध रही है. पुलिस इस पूरे रैकेट की तह तक जाने की कोशिश में जुटी है. 

 

जेल में बनी तस्करी की साजिश

पुलिस जांच में सामने आया है कि कुणाल की मुलाकात बेउर जेल में बंद अमित उर्फ रोशन से हुई थी. वहीं से दोनों के बीच गहरी साझेदारी शुरू हुई. जेल से छूटने के बाद दोनों ने मिलकर हथियार सप्लाई का नेटवर्क खड़ा किया. इसमें अमित ऑर्डर लेने का काम करता था और कुणाल उसे हथियार उपलब्ध कराता था. 

 

अमित अब भी फरार, अंतरराज्यीय नेटवर्क की जांच शुरू

कुणाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन उसका साथी अमित अब भी फरार है. पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए कई जगहों पर दबिश दी है और भरोसा जताया है कि जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.  प्राथमिक जांच में पुलिस को संकेत मिले हैं कि बरामद हथियार किसी दूसरे राज्य से लाए गए थे. कुणाल को रिमांड पर लिया जा रहा है, ताकि यह पता चल सके कि हथियारों की यह खेप कहां से आई और इन्हें किसे सप्लाई किया जाना था.

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