Search

आर अश्विन ने रिटायरमेंट पर तोड़ी चुप्पी, बताया-मैच में बाहर बैठना खल रहा था

  • अश्विन ने राहुल द्रविड़ के साथ साझा की दिल की बात

Lagatar Desk :   भारतीय क्रिकेट के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने की वजह का खुलासा किया है. अपने यूट्यूब चैनल पर पूर्व कप्तान और कोच राहुल द्रविड़ से बातचीत के दौरान अश्विन ने कहा कि विदेश दौरों पर लगातार बाहर बैठना उन्हें अंदर से तोड़ने लगा था. इसी वजह से उन्होंने इतना बड़ा फैसला लिया. 

 

बाहर बैठने से कहीं बेहतर बच्चों के साथ वक्त बिताना 

द्रविड़ से बात करते हुए अश्विन ने कहा कि मैं मानता हूं कि मेरी उम्र हो चुकी थी. लेकिन हर दौरे पर जाना और फिर बाहर बैठना, मुझे खलने लगा था. एक समय बाद मेरे मन में सवाल उठने लगा कि मैं यहां क्या कर रहा हूं. इससे कहीं बेहतर बच्चों के साथ घर पर वक्त बिताना था.

 

अश्विन ने यह भी बताया कि वह हमेशा से 34-35 की उम्र में रिटायरमेंट का विचार रखते थे. लेकिन जब लगातार मौके नहीं मिले, तो उन्होंने अपने मन की सुनी और दिसंबर 2024 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ब्रिस्बेन टेस्ट के बाद संन्यास का ऐलान कर दिया. 

द्रविड़ ने की रोहित शर्मा की तारीफ

इसी बातचीत में राहुल द्रविड़ ने कप्तान रोहित शर्मा की भी जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि रोहित का शांत स्वभाव, टीम की गहरी समझ और साफ सोच ने उन्हें एक खास लीडर बना दिया.

 

राहुल द्रविड़ ने बताया कि रोहित ने पहले दिन से ही स्पष्ट कर दिया था कि वह टीम को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं. मेरे लिए हमेशा जरूरी रहा है कि टीम कप्तान की हो और रोहित ने उस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया. 

 

रोहित के साथ दोस्ताना वाले रिश्ते थे 

द्रविड़ ने बताया कि उनके और रोहित के बीच रिश्ते औपचारिक नहीं थे, बल्कि ज्यादा दोस्ताना और सहज थे. हमारी बातचीत सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं रहती थी.  डिनर टेबल पर भी बातें चलती थीं. ऐसा नहीं लगता था कि कोई मीटिंग हो रही है. उन्हें अंडर-19 क्रिकेटर से कप्तान बनते देखना मेरे लिए गर्व की बात है. 

 

द्रविड़ और राहुल की सफल जोड़ी

बता दें कि कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ की जोड़ी भारतीय क्रिकेट की सबसे सफल जोड़ियों में से एक है. दोनों के नेतृत्व में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया. 2023 में भारत ने वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल खेला और 2024 में टी20 वर्ल्ड कप जीता.

 

अश्विन का जलवा 

बता दें कि अश्विन अनिल कुंबले के बाद भारत के दूसरे सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज बने, जिन्होंने 500 से ज्यादा विकेट लिए. इसके अलावा उन्होंने कई रिकॉर्ड्स अपने नाम किए हैं. 

टेस्ट डेब्यू : नवंबर 2011

कुल टेस्ट विकेट : 537

भारत में खेले गए मैच : 383 विकेट (65 मैच)

विदेश में खेले गए मैच : 150 विकेट (40 मैच)

न्यूट्रल वेन्यू (WTC फाइनल 2019-21) : 4 विकेट

Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp