Ranchi : राजेश राम नामक युवक पुलिस मुख्यालय में अक्सर आता-जाता है, उस राजेश राम का आपराधित अतीत है. राजेश राम के खिलाफ दर्जन भर से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. अधिकांश मामले रामगढ़ जिला के अलग-अलग थानों में दर्ज है. जबकि एक-एक मामला दुमका और जमशेदपुर में दर्ज है.
पिछले दिनों लगातार मीडिया ने राजेश राम से जुड़ी खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद राजेश राम के बारे में नए तथ्य सामने आये हैं. तथ्यों के मुताबिक राजेश राम वसूली के खेल में शामिल है. ओड़िसा के एक व्यापारी से ठगी करने के मामले में उसका नाम सामने आया था. कफ सिरप बनाने वाली एक कंपनी से भी ठीक का मामला है. हालांकि किसी भी मामले में उसके खिलाफ किसी ने प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी है. इसकी वजह राजेश राम को मिलने वाला संरक्षण है.
तथ्यों के मुताबिक वह मुख्यालय में पदस्थापित एक पदाधिकारी गणेश सिंह के पास आता है. घंटो उसके साथ बैठता है. राजेश राम करीब 20 साल से दागी है. उसके खिलाफ वर्ष 2005-06 से अपराधिक मामले दर्ज होते रहे हैं. यह सब रिकॉर्ड में है. इसके बाद भी राजेश राम कई बार लोगों ने पुलिस की सुरक्षा में रामगढ़ में देखा है. पुलिस के कनीय पदाधिकारी उस पर हाथ डालने से डरते हैं. उसके खिलाफ भुरकुंडा थाना में दो, बरकाकाना थाना में दो, पतरातू थाना में 9, रामगढ़ थाना, टाटानगर थाना और दुमका थाना में एक-एक मामले दर्ज हैं.
जानकारी के मुताबिक राजेश राम रामगढ़ के अलावा रांची के चेशायर होम रोड स्थित एक अपार्टमेंट में रहता है. रामगढ़ पुलिस ने पिछले दिनों यहीं से उसे गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के वक्त जिसने गवाह के रूप में हस्ताक्षर किया था, वह भी एक पुलिस पदाधिकारी है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया था, जहां से उसे तुरंत जमानत मिल गई. उसके खिलाफ रामगढ़ जिला में ही एक वारंट पेंडिंग है, लेकिन पुलिस ने उसे दूसरे मामले में ना तो गिरफ्तार किया और ना ही रिमांड किया.
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