Lucknow : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस इकाई में निर्मित ब्रह्मोस मिसाइलों के पहले बैच को हरी झंडी दिखाई. इससे पहले दोनों ने ब्रह्मोस एयरोस्पेस यूनिट में बूस्टर और वारहेड बिल्डिंग का उद्घाटन किया. परिसर में पौधारोपण भी किया. एसयू-30 के माध्यम से ब्रह्मोस के आभासी हमले का नजारा देखा.
#WATCH | Lucknow | "Operation Sindoor has proven that victory is no longer a minor incident for us. Victory has become our habit... The country is confident that our adversaries will no longer be able to escape BrahMos. Every inch of Pakistani territory is now within the reach of… pic.twitter.com/0UtAwbXjWL
— ANI (@ANI) October 18, 2025
#WATCH | Uttar Pradesh | Defence Minister Rajnath Singh and UP CM Yogi Adityanath flag-off the first batch of the BrahMos missiles produced at the BrahMos Aerospace Unit in Lucknow. pic.twitter.com/uHTZ3ybTRr
— ANI (@ANI) October 18, 2025
इस अवसर पर आयोजित एक जनसभा में रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा, ऑपरेशन सिंदूर तो महज एक ट्रेलर था. इस ट्रेलर ने पाकिस्तान को एहसास दिला दिया कि अगर भारत पाकिस्तान को जन्म दे सकता है, तो समय आने पर खत्म भी कर सकते हैं.
जनता को संबोधित करते हुए कहा. अब मुझे आपको ज्यादा कुछ बताने की जरूरत नहीं है, आप सब समझदार हैं. ऑपरेशन सिंदूर ने साबित कर दिया है कि जीत अब हमारे लिए कोई मामूली बात नहीं है. जीत हमारी आदत बन गयी है. उन्होंने पाकिस्तान की जमीन का हर इंच ब्रह्मोस मिसाइल की पहुंच में है.
राजनाथ सिंह ने कहा, ब्रह्मोस सिर्फ़ एक मिसाइल नहीं है, बल्कि भारत की बढ़ती स्वदेशी क्षमताओं का प्रतीक है. ब्रह्मोस भारत की थलसेना, नौसेना और वायुसेना की रीढ़ बन गया है. श्री सिंह ने योगी की तारीफ करते हुए कहा, उत्तर प्रदेश कभी गुंडा राज और बिगड़ती कानून-व्यवस्था के लिए जाना जाता था.
यूपी में लोग डर के साये में जीते थे. निवेशक यहाँ आने से कतराते थे. लेकिन आज का उत्तर प्रदेश हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बदल गया है. जिस तरह से उन्होंने राज्य की कानून-व्यवस्था को संभाला है, वह अपने आप में अनुकरणीय है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब प्रत्येक वर्ष 100 ब्रह्मोस मिसाइलों का निर्माण किया जायेगा और भविष्य में क्षमता बढ़कर 150 हो जायेगी, तो राज्य सरकार को इन मिसाइलों से जीएसटी के माध्यम से सालाना 150 से 200 करोड़ रुपये मिलेंगे.
यह हमारे लिए उपलब्धि का क्षण है, क्योंकि हम प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया के संकल्प को पूरा करने और रक्षा मंत्री की उपस्थिति में स्वदेशी तकनीक पर आधारित ब्रह्मोस मिसाइल की पहली खेप को हरी झंडी दिखाने के लिए भाग्यशाली हैं.
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