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गठबंधन धर्म का पालन करते हुए कांग्रेस दावा करेगी एक सीट का
जून-जुलाई 2020 के राज्यसभा चुनाव को देखें, तो उस समय भी दो सीटें खाली हुई थी. एक आरजेडी कोटे के प्रेम चंद्र गुप्ता और दूसरा निर्दलीय सांसद परिमल नाथवाणी का. चुनाव में सबसे बड़े दल के कारण जेएमएम ने एक सीट के लिए अपना दावा पेश किया था. वह इसमें सफल भी हुई. जेएमएम कोटे से शिबू सोरेन राज्यसभा में पहुंचे. वहीं यह जानते हुए कि कांग्रेस के पास आंकड़ा कम है, फिर भी पार्टी ने शहजादा अनवर को प्रत्याशी बनाया. लेकिन तय है कि इस गठबंधन धर्म का पालन करते हुए कांग्रेस इस बार राज्यसभा के एक सीट पर दावा ठोकेगी. इसके लिए कांग्रेस द्वारा जेएमएम पर प्रेशर पॉलिटिक्स भी खेला जाएगा.आंकड़े के हिसाब से जेएमएम मजबूत, भाजपा दूसरा सबसे बड़ा दल
झारखंड विधानसभा के वर्तमान पार्टियों की स्थिति को देखें, तो सत्तारूढ़ जेएमएम मजबूत स्थिति में है. जेएमएम के पास कुल 30 विधायक हैं. वहीं भाजपा के पास बाबूलाल मरांडी को लेकर 26 विधायक हैं. अगर एनडीए (आजसू के 2) के आंकड़े को देखें, तो यह संख्या 28 हो जाती है. इस हिसाब से एनडीए दूसरी सबसे बड़े दल के रूप में सामने आती है. वहीं बंधु तिर्की और प्रदीप यादव को मिलाकर कांग्रेस के पास 18 विधायक हैं. इसे भी पढ़ें –पत्नी">https://lagatar.in/who-wants-make-wife-a-prostitute-watch-live-video-of-husbands-handiwork/">पत्नीको बनाना चाहता है वैश्या, देखिए पति की करतूत का Live Video [wpse_comments_template]

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