Ramgarh : जंगलों की अंधाधुंध कटाई से जंगली जानवरों का जंगल में रहना मुश्किल हो गया है. यही वजह है कि जंगली जानवर जंगल छोड़कर गांवों व शहरी इलाके की आर रुख कर रहे हैं. रामगढ़ जिलावासी इन दिनों जंगली हाथियों के आतंक से दहशत में हैं. पिछले एक सप्ताह में हाथियों के हमले में छह लोगों की जान जा चुकी है, जबकि कई स्थानों पर लोगों को भारी नुकसान और दहशत का सामना करना पड़ रहा है. अब हाथी आबादी वाले क्षेत्रों के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर भी पहुंचने लगे हैं, जिससे आवागमन प्रभावित हो रहा है.
कुजू क्षेत्र में शुक्रवार देर रात हाथियों का झुंड एनएच-33 पर आ धमका, जिससे वाहनों की आवाजाही घंटों बाधित रही. सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा. इसी क्रम में शनिवार सुबह फिर एक हाथी अपने बच्चे के साथ टायर मोड़ स्थित सैनी होटल के आगे एनएच-33 पर पहुंच गया. इससे यातायात फिर प्रभावित हुआ और वाहन चालकों को काफी देर तक रुकना पड़ा. बाद में हाथी अपने बच्चे के साथ पहाड़ से उतरकर सड़क पार कर जंगल की ओर चला गया.
हाथी के सड़क छोड़ने के काफी देर बाद लोग हिम्मत कर वाहन आगे बढ़ा सके. स्थिति ऐसी है कि झुंड से अलग हुए हाथी कई क्षेत्रों में भटक रहे हैं, जिससे ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ मुख्य सड़क मार्ग भी प्रभावित हो रहे हैं. स्थानीय लोगों के साथ वन विभाग के लिए भी यह स्थिति बड़ी चुनौती बन गई है. वन विभाग लगातार टीम लगाकर हाथियों को सुरक्षित जंगल की ओर लौटाने में जुटा हुआ है.
जिला प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
इस बीच जिले में जंगली हाथियों के एक बड़े झुंड के कई समूहों में बंटकर विभिन्न क्षेत्रों में विचरण करने की सूचना पर जिला प्रशासन ने आम लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है. प्रशासन भी सतत निगरानी रख रहा है. प्रशास ने लोगों से अपील की है कि पूरी तरह सतर्क रहें. हाथियों के संभावित मार्गों एवं वन क्षेत्रों के आसपास अनावश्यक आवागमन से बचें. घरों के आसपास मिर्ची जलाने से हाथी दूर रहते हैं. इसे भी अपनाएं और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत स्थानीय प्रशासन या वन विभाग को सूचना दें.
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