Search

रामगढ़: RFID में है तकनीकि खामी, डीओ होल्डर परेशान

Ramgarh: सीसीएल रजरप्पा परियोजना खुली खदान के स्टॉक नंबर 43 के समीप डढवाल कंपनी द्वारा काटा नंबर 1505 में लगाया गया आरएफआइडी सीसीटीवी बूम बैरियर पिछले 15 दिनों से बेहतर ढंग से काम नही कर रहा हैं. जिससे डीओ एवं लिफ्टरधारकों को आर्थिक रूप से काफी नुकसान  हो रहा है. इसी को लेकर गुरुवार को सभी डीओ एवं लिफ्टरधारकों ने सीसीएल प्रबंधन के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. सभी ने एक स्वर से कहा कि पिछले 15 दिनों से कांटा के समीप लगे आरएफआइडी बूम बैरियर काम नहीं कर रहा है, जिस कारण दर्जनों ट्रक खड़े हैं. ट्रकों के खड़े रहने से डीओधारकों को प्रत्येक टन में 170 रुपये करके पेनाल्टी लग जाता है. जिससे उन्हें काफी आर्थिक क्षति हो रही है. प्रबंधन को इस समस्या से कई बार अवगत कराया गया है पर कोई भी पदाधिकारी इस समस्या का समाधान नही निकाल रहे, जिसका खामियाजा डीओ धारकों व लिफ्टरों को उठाना पड़ रहा है. सीसीएल रजरप्पा प्रबंधन की उदासीनता के कारण रजरप्पा कोलियरी के लिफ्टर एवं डीओ होल्डर पूरी तरह से त्रस्त हैं. प्रबंधन पूरी तरह से इसका जिम्मेदार है. कांटा घर में न तो मूलभूत सुविधाएं हैं और न ही पेयजल की व्यवस्था. स्लेरी एवं कोयला उठाने के लिए बाहर से आने वाले ट्रक चालकों एवं स्थानीय डीओ धारकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बात इतनी सी नही हैं, सबसे बड़ी समस्या हैं कांटा घर की. जहां न तो इंटरनेट सही से काम करता और न ही फास्टैग सुचारू रूप से चलता है. जिस कारण यहां कांटा होने के इंतेजार में घण्टो ट्रक खड़े रहते हैं. प्रबंधन को कई बार इस समस्या से अवगत कराया गया है पर प्रबंधन इस समस्या के समाधान में दिलचस्पी नही दिखा रही है. इससे आर्थिक रूप से डीओ धारकों को क्षति पहुंच रही है.

प्रबंधन की लापरवाही, 80 के जगह निकल रहा मात्र 20 ट्रक

स्थानीय डीओ धारक एवं लिफ्टर गौतम चौधरी ने कहा कि सीसीएल रजरप्पा प्रबंधन के लापरवाही के कारण प्रतिदिन मात्र 20 से 25 ट्रक ही कांटा हो रहा है, जबकि एक दिन में 80 ट्रक निकलना चाहिए. जिससे डीओ धारकों को नुकसान हो रहा है. उनका कहना है कि एक दिन में 2 हज़ार टन कोयला का डिस्पैच होना है, पर मात्र 500 टन ही कोयला डिस्पैच हो रहा है। जिससे हमलोगों का एमडी की राशि का भी नुकसान हो सकता है.

माइनिंग चालान आने में होती है देरी : डीओ धारक

डीओ धारकों का कहना हैं कि इंटरनेट धीमा होने के कारण माइनिंग चालान देर से आता है. जिस कारण ट्रक कभी कभी रात 10 बजे के बाद निकालते हैं पर सीसीएल के सुरक्षा इंचार्ज ट्रकों को 10 बजे के बाद बाहर नही जाने देते हैं. यदि ट्रक समय से बाहर नही जाएगा तो माइनिंग चालान की वैधता खत्म हो जाती है, जिस कारण सड़क पर दिक्कतें होती हैं और फाइन काटा जाता है. जबकि अन्य कोलियरी में रात 10 बजे के बाद भी ट्रक को आउट करने की अनुमति दी जाती है. केवल रजरप्पा कोलियरी में ही रात 10 बजे के बाद ट्रकों को रोका जाता हैं। जो बड़ी समस्या है. विरोध करने वालों में  गौतम कुमार चौधरी, विनोद कुमार महतो, तुलेश्वर चौधरी, कार्तिक महतो, सज्जाद अंसारी, विनोद कुमार, गुलशन कुमार महतो, अखिलेश चौधरी, तौकीर अंसारी, विजय महतो, आजाद अंसारी, रमेश कुमार महतो, हरेश कुमार महतो, नरेंद्र चौधरी, तपसिल अंसारी, कुलदीप कुमार, सिद्दम कुमार, परवेज़ अंसारी, शेखर भगत, इशाद अंसारी, मो सज्जाद अंसारी, कुलदीप कुमार, शमशेर अंसारी सहित कई डीओ धारक व लिफ्टर शामिल थे.

डीओ धारक व लिफ्टरों की समस्याओं का जल्द करेंगे समाधान : जीएम

आरएफआईडी सीसीटीवी बूम बैरियर अभी हाल ही में कार्यरत हुआ है और सुचारू रूप से चल रहा है. अगर इसमें कोई तकनीकी दिक्कत की बात आती है तो इसका निवारण किया जाएगा. इस तकनीक का उद्देश्य पारदर्शी तरीके से वाहनों के आवागमन सुनिश्चित करना है. हालांकि नेट की जो भी समस्या है, उसे जल्द  दूर कर लिया जाएगा. साथ ही पुराना कांटा घर को भी फिर से शुरू किया जाएगा. इसके लिए शुक्रवार तक सैम्पलिंग का काम पूरा कर लिया जाएगा. जिससे डीओ धारक व लिफ्टरों की समस्या खत्म हो जाएगा. इसे भी पढ़ें – ओम">https://lagatar.in/om-birla-lashed-out-at-dmk-said-if-they-come-wearing-t-shirts-and-shout-slogans-will-the-house-run/">ओम

बिरला द्रमुक पर बरसे, कहा, टी-शर्ट पहनकर आयेंगे, नारेबाजी करेंगे, तो सदन चलेगा क्या! लोकसभा की कार्यवाही स्थगित

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp