Ranchi : झारखंड में बढ़े स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की अवधि को देखते हुए रांची जिला बार एसोसिएशन के सदस्यों ने यह निर्णय लिया है कि 31 मई तक यथास्थिति बनाए रखी जाएगी और सभी अधिवक्ता पूर्ववर्ती सभी न्यायालयों में फिजिकल एवं वर्चुअल रूप से काम नहीं करें. जिससे एसोसिएशन के सदस्यों को कोरोना से बचाया जा सकेगा. कोर्ट में कार्य करने संबंधी निर्णय एसोसिएशन द्वारा 31 मई को लिया जाएगा. आम सूचना के माध्यम से कोर्ट खोलने संबंधी निर्णय से अवगत करा दिया जायेगा. इस निर्णय से कुछ अधिवक्ता खफ़ा नज़र आ रहे हैं.
बता दें कि कोरोना के बढ़ते मामलों में बार एसोसिएशन के सदस्य भी चपेट में आये है. कई सदस्यों की मौत हो गयी है. और अभी भी कई संक्रमित और इलाजरत है. जिसे देखते हुए रांची के वकीलों ने न्यायिक कार्य से फिलहाल दूर रहने का निर्णय लिया है.
9 मई के रिव्यू मीटिंग में 1 सप्ताह का बढ़ाया गया था समय
बता दें कि 9 मई को अगले 1 सप्ताह तक किसी भी न्यायालय में अधिवक्ताओं को उपस्थित नहीं होने का निर्देश झारखंड स्टेट बार काउंसिल ने दिया था . झारखंड स्टेट बार काउंसिल ने राज्य भर के वकीलों के लिए यह निर्देश जारी किया था. झारखंड स्टेट बार काउंसिल के चेयरमैन राजेंद्र कृष्णा ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए न्यायिक कार्य शुरू करने या न्यायिक कार्य से वकीलों को दूर रखने से संबंधित सुझाव काउंसिल के सभी सदस्यों से मांगा था. सभी सदस्यों के सुझाव के बाद यह निर्णय लिया गया है और इस निर्णय से झारखंड के सभी जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और महासचिव को सूचित कर दिया गया था. .
बता दें कि 2 मई को हुई झारखंड स्टेट बार काउंसिल की रिव्यू मीटिंग में यह निर्णय लिया गया था कि 9 मई तक राज्य भर के अधिवक्ता किसी भी तरह के न्यायिक कार्य में हिस्सा नहीं लेंगे. झारखंड के सभी अधिवक्ता न तो एग्जीक्यूटिव कोर्ट और ना ही ज्यूडिशियल कोर्ट में उपस्थित होंगे. साथ ही कोई अन्य न्यायिक कार्य नहीं करेंगे.