Ranchi : समाजसेवी और व्यवसायी पवन बजाज की माता गीताश्री बजाज नहीं रहीं. बुधवार को श्रीराम गार्डेन, कांके रोड में उन्होंने अंतिम सांस ली. स्व. गीताश्री बजाज, धर्मपत्नी स्व. राजेंद्र प्रसाद बजाज ने विभिन्न धार्मिक, सामाजिक और व्यवसायिक संगठनों में सक्रिय योगदान देने के साथ कई पदों को सुशोभित किया है. उनकी अंतिम इच्छा नेत्रदान की थी. उन्होंने पूर्व में ही नेत्रदान के लिए अपना फॉर्म भर दिया था. मृत्यु बाद उनके पुत्र पवन बजाज ने नेत्र दान कराया. गीताश्री अपने पीछे पुत्र, पुत्रियां, पौत्र, पौत्री, बहुएं, जवाई, नाती, नतिनि सहित भरापूरा परिवार छोड़ गई है. भागचंद पोद्दार, राजकुमार केडिया, प्रकाश चंद सेठी, संतोष सरावगी, विनोद जैन, मनोज बजाज, प्रमोद सारस्वत, कमल केडिया , श्याम सुंदर बजाज, प्रकाश सेठी, विक्की जैन,सत्यनारायण सिंह, तपन सेन सहित सैकड़ों प्रबुद्धगन, संस्थाओं के गणमान्य, रिश्तेदार, सगा संबंधी, ईस्ट मित्र आदि उनके निवास में श्रद्धा सुमन अर्पित को पहुंचे. पवन बजाज ने बताया कि अंतिम यात्रा गुरुवार को दिन के 11 बजे मुक्तिधाम, हरमू के लिये प्रस्थान करेगी.
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