ने उकसाया, तो प्रधानमंत्री मोदी का भारत सैन्य बल के साथ दे सकता है जवाब : अमेरिकी रिपोर्ट
संजीव पंडा शौर्य के घर में किरायेदार रह चुका था
आरोपी संजीव पंडा शौर्य के घर में किरायेदार रह चुका था. इसलिए वह शौर्य के पिता राजू गोप की आर्थिक स्थिति से पूरी तरह वाकिफ था. आरोपी युवक ने एमबीए किया है. कोरोना काल के पूर्व वह बेंगलुरु में रहता था. बाद में वह शौर्य के पिता राजू गोप के घर में किरायेदार के रूप में रहने वाले अपनी बहन और बहनोई के साथ ही रहा करता था. इस दौरान वह राजू गोप के बेटे शौर्य सहित पूरे परिवार से घुल मिल गया था. बाद में संजीव रांची के ही पुंदाग में एक रूम लेकर रहने लगा था. इसी दौरान वह कर्ज में डूब गया और उसने शौर्य के अपहरण की साजिश रची. जिसके बाद उसने कई दिन रेकी करने के बाद शौर्य के अपहरण की घटना को अंजाम दिया.अपहरण के कुछ ही घंटे के बाद कर दी थी हत्या
संजीव ने जब शौर्य को कार में बैठाया, तो वो शोर मचाने लगा और कार से उतरने की कोशिश करने लगा. यह देखकर संजीव घबरा गया. उसने कुछ ही दूर आगे जाने के बाद शौर्य पर बेरहमी से कई वार कर दिया, इससे शौर्य अचेत हो गया. जिसके बाद संजू मोरहाबादी से निकलकर सीधे नगड़ी पहुंचा. उस दौरान शौर्य की सांसें चल रही थी. नगड़ी में ही संजीव ने शौर्य को एक बार फिर मारा. जब शौर्य की सांस थम गई, तब उसने उसे बोरे में डाल उसमें ईंट भर कर पानी में डाल दिया और वहां से सीधे कोडरमा भाग गया. जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. इसे भी पढ़ें - पूजा">https://lagatar.in/pooja-singhal-physically-present-in-ed-court-hearing-on-discharge-petition-on-march-16/">पूजासिंघल ED कोर्ट में हुईं सशरीर हाजिर, डिस्चार्ज पिटीशन पर 16 मार्च को सुनवाई [wpse_comments_template]
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