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रांची विश्वविद्यालय में है वोकेशनल कोर्स की भरमार, योग, मास कॉम, RD की भी होती है पढ़ाई

Ranjeet Kumar Ranchi :  कोरोना काल से पहले तक झारखंड के अधिकतर छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा के लिए बेंगलुरु, पुणे और एनसीआर का रुख करते थे. लेकिन अब बदली परिस्थिति में अभिभावक अपने बच्चों को दूसरे राज्यों में नहीं भेजना चाह रहे हैं. वहीं छात्र भी अपने गृह राज्य में ही पढ़ाई का विकल्प तलाश कर रहे हैं. ऐसे में इन छात्रों के लिए रांची विश्वविद्यालय द्वारा संचालित वोकेशनल कोर्स बेहतर ऑप्शन साबित हो रहा है. रोजगार की दृष्टि से भी पारंपरिक कोर्स की तुलना वोकेशनल कोर्स को ज्यादा उपयुक्त माना जाता है. वर्तमान में रांची विश्वविद्यालय पीजी, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट के स्तर पर 21 कोर्स संचालित करता है.

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विद्यार्थियों के लिए हैं ढेर सारे विकल्प

रांची विश्वविद्यालय में साल 2002 से ही एमबीए कोर्स का संचालन होता है. 2009 में मारवाड़ी कॉलेज कैंपस में भी एमबीए की पढ़ाई को जोड़ा गया. वर्तमान में दोनों जगह मिलाकर कुल सीटों की संख्या 340 है. वहीं एमसीए की पढ़ाई विश्वविद्यालय के गणित विभाग और मारवाड़ी कॉलेज में होती है. दोनों जगह 50-50 सीटें आवंटित है. एमएससी इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन 2004 से संचालित है, जिसमें कुल 30 छात्रों का नामांकन हो सकता है. एमएससी इन बायोटेक्नोलॉजी की पढ़ाई भी विश्वविद्यालय के बॉटनी डिपार्टमेंट के अतिरिक्त मारवाड़ी कॉलेज में होती है. सीटों की कुल संख्या 60 है. 2009 से शुरू हुई एमए इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और एमए इन मास कम्युनिकेशन के लिए क्रमश: 100 और 50 सीट आवंटित है. लॉ की पढ़ाई में रुचि रखने वालो के लिए विश्वविद्यालय बीबीए एलएलबी की 60 सीटों और एलएलएम 66 के लिए प्रतिवर्ष नामांकन लेता है. ह्यूमन राइट एजुकेशन में 100 विद्यार्थियों की पढ़ाई समाजशास्त्र विभाग के अंतर्गत कराई जाती है, जबकि वर्ष 2011 से ही एमए इन रूरल डेवलपमेंट (RD) के 100 छात्रों की पढ़ाई विश्वविद्यालय का एंथ्रोपोलॉजी विभाग के अंतर्गत हो रही है.

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योग के कोर्स की तरफ बढ़ रहा रुझान

इन सब के अतिरिक्त रांची विश्वविद्यालय में एमए इन ज्योतिर्विज्ञान के 30, एमए इन आर्कियोलॉजी के 50, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन गाइडेंस एंड काउंसलिंग कोर्स के लिए 80 सीटें आवंटित हैं. आज योग विश्वभर में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. रांची विश्वविद्यालय में योग के एमए और पोस्ट ग्रेजुएट के नाम से दो कोर्स संचालित की जाती है. दोनों मिलाकर कुल 120 छात्र नामांकन ले सकते हैं. फैशन इंडस्ट्री में करियर बनाने को इच्छुक छात्र एमए इन फैशन डिजाइन एंड मैनेजमेंट कोर्स में नामांकन ले सकते हैं, जिसके अंतर्गत 50 सीटें आवंटित हैं. बताते चलें कि रांची विश्वविद्यालय अपने सर्टिफिकेट कोर्स के तहत मेडिकल प्लांट, परफॉर्मिंग एंड फाइन आर्ट्स और इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन लैंग्वेज स्टडीज के कोर्स भी संचालित करता है. वर्तमान सत्र के दौरान रांची विश्वविद्यालय में जादोपटिया और पाटकर जैसी दुर्लभ शैली की चित्रकला की  भी पढ़ाई होगी. विश्वविद्यालय की ओर से इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है. [wpse_comments_template]

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