Ranchi : राजधानी में ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के उद्देश्य से 558 करोड़ की लागत से निर्मित रातु एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण के महज 18 दिन बाद ही सवालों के घेरे में आ गया है.गौरतलब है कि तीन जुलाई को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राजभवन के समक्ष स्थित रैम्प से इस एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन किया था. उद्घाटन के समय शहरवासियों में खासा उत्साह देखने को मिला था, लेकिन अब यह खुशी धीरे-धीरे निराशा में बदल रही है.
उद्घाटन के महज 18 दिन बाद ही राजभवन के सामने स्थित रैम्प पर बिछाया गया अलकतरा उखड़ने लगा है और नीचे की गिट्टी सतह पर दिखने लगी है. स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सड़क की सतह धीरे-धीरे खराब हो रही है और इस खामी को छिपाने के लिए वहां धूल-मिट्टी (डस्ट) बिछा दी गई है, ताकि सतह की असल स्थिति छुपाई जा सके.स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि रैम्प पर अलकतरा और गिट्टी का सही तरीके से उपयोग नहीं किया गया है. निर्माण कार्य में घटिया गुणवत्ता की सामग्री के इस्तेमाल की आशंका जताई जा रही है.
उनका कहना है कि डस्ट डालकर समस्या को अस्थायी रूप से छिपाने की कोशिश की जा रही है, जिससे रैम्प पर फिसलन बढ़ सकती है और तेज रफ्तार वाहनों के लिए यह दुर्घटना का कारण बन सकता है.इस पूरी स्थिति ने निर्माण एजेंसियों और जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. अब देखना होगा कि संबंधित विभाग इस गंभीर लापरवाही पर क्या कार्रवाई करता है.
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