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विधायक दीपक बिरुआ ने सभा पटल पर रखा
विधायकों से मिले सुझाव के बाद गुरुवार को सदन पटल पर यह प्रस्ताव रखा गया. विधानसभा में नियम समिति की रिपोर्ट ध्वनिमत से पारित हुआ. यह रिपोर्ट विधायक दीपक बिरुआ ने सभा पटल पर रखा. इस रिपोर्ट के पारित होने के बाद अब झारखंड विधानसभा में मुख्यमंत्री प्रश्नकाल नहीं होगा. इसके अलावा नियमावली में शून्यकाल की संख्या 15 से बढ़कर 25 लेने का प्रावधान किया गया है. प्रश्नकाल को लेकर भी नियमावली में संशोधन किया गया है. अब 14 दिन पहले प्रश्न डालने की व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया. इसे भी पढ़ें - चाकुलिया">https://lagatar.in/zonal-commander-bhikhan-ganjhu-disclosed-tpc-organization-uses-weapons-imported-from-nagaland/">चाकुलिया: आहूत देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए एआईटीयूसी ने निकाला जुलूस
मुख्यमंत्री प्रश्नकाल को विलोपित नहीं करने का संशोधन दिया था
इससे पहले कई विधायकों ने मुख्यमंत्री प्रश्नकाल को विलोपित नहीं करने का संशोधन दिया था. विपक्ष के साथ साथ सत्ता पक्ष के कई विधायकों ने मुख्यमंत्री प्रश्नकाल को नहीं हटाने का संशोधन सभा सचिवालय को दिया था. माले विधायक बिनोद सिंह ने इस बात की मांग किया कि नियम समिति की रिपोर्ट को सदन से पारित कराने से पहले विधायकों के द्वारा जो संशोधन दिया गया है उसे भी सभा पटल पर रखना चाहिए. इसे भी पढ़ें - शेयर">https://lagatar.in/stock-market-good-question-15-lakh-crore-investors-lost-in-three-weeks-bjp-mp-varun-gandhi-expressed-concern/">शेयरबाजार : यक्ष प्रश्न ! तीन सप्ताह में निवेशकों के 15 लाख करोड़ स्वाहा, भाजपा सांसद वरुण गांधी ने चिंता जताई [wpdiscuz-feedback id="9kjgj7wk42" question="Please leave a feedback on this" opened="1"][/wpdiscuz-feedback]

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