Ranchi : केंद्रीय सरना समिति झारखंड, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा भारत और आदिवासी विस्थापित मोर्चा (धुर्वा) के प्रतिनिधिमंडल ने रामगढ़ के नेमरा गांव स्थित दिशोम गुरु स्वर्गीय शिबू सोरेन के पैतृक आवास पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भेंट की और गहरी संवेदना प्रकट की.
आदिवासी समाज इस शोक की घड़ी में आपके साथ है
इस अवसर पर सरना धर्मावलंबियों ने चाला मां और धर्मेस बाबा से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को शांति मिले और सोरेन परिवार को इस कठिन समय में दुख सहने की शक्ति प्राप्त हो.प्रतिनिधियों ने कहा कि पूरा आदिवासी समाज इस दुःख की घड़ी में सोरेन परिवार के साथ खड़ा है और उनके दुख में सहभागी है. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ढांढस बंधाते हुए कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन से पूरा आदिवासी समाज शोकाकुल है.
दिशोम गुरु जनसेवा और संघर्ष के प्रतीक थे
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन का संपूर्ण जीवन जनजातीय अस्मिता, अधिकारों और सामाजिक उत्थान को समर्पित रहा है. वे जनसेवा और संघर्ष के प्रतीक थे. समाज को जागरूक करने के लिए वे निरंतर प्रयासरत रहते थे. उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) को वे सिर्फ पार्टी नहीं, बल्कि परिवार मानते थे. जब वे बीमार थे, तब सरना स्थलों में उनके स्वास्थ्य के लिए निरंतर प्रार्थनाएं की गई थीं.
प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहे ये लोग
इस मौके पर केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की, मुन्ना उरांव, राहुल उरांव, मदन उरांव, प्रकाश हंस, बिरसा कच्छप, अजय कच्छप, अनिल उरांव, वीरेंद्र उरांव, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज मुंडा, संगठन सचिव गैना कच्छप, बिगलाहा उरांव, महादेव उरांव, गांदुरा उरांव, महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष सुभानी तिग्गा, सीता खलखो, सुचिता बाड़ा, कमला बाड़ा, बिनीता तिग्गा, सुनीता उरांव, फुलजेंसिया लिंडा समेत कई अन्य लोग उपस्थित थे.
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