NewDelhi : खबर है कि इस बार गणतंत्र दिवस पर अग्निवीर भी मार्च पास्ट करेंगे. 26 जनवरी को आयेजित गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार सिर्फ देसी हथियारों का प्रदर्शन किया जायेगा. जानकारी के अनुसार 21 तोपों की सलामी देने में 105 एमएम की भारतीय फील्ड गन का उपयोग किया जायेगा. अब तक सलामी 25 पाउंडर गन देती रही थी. बता दें कि 25 पाउंडर गन ब्रिटिश काल की हैं जिनका उपयोग द्वितीय विश्व युद्ध में हुआ था.
Delhi:This time parade will go to Red Fort after passing through the Kartavya Path. There’ll be an Egyptian contingent.All indigenous equipments of the Army are included in the parade.CAPF, personnel, NCC & NSS cadets & others are participating:Major General Bhavnish Kumar(23.01) pic.twitter.com/d5KCMZIE84
— ANI (@ANI) January 23, 2023
मिस्त्र की सैन्य टुकड़ी की भी झलक नजर आयेगी.
इंडियन फील्ड गन को पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर दिखाया जा चुका है लेकिन यह पहली बार होगा जब इसे गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल किया गया है. आम जनता को कर्तव्यपथ पर अग्निवीर के अलावा मिस्त्र की सैन्य टुकड़ी की भी झलक नजर आयेगी. जान लें कि गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्दल फतह एल-सीसी होंगे.
इसे भी पढ़ें : मिला सम्मान : परमवीर अलबर्ट एक्का के नाम हुआ अंडमान का एक द्वीप, मोदी ने की घोषणा
परेड की शुरुआत विजय चौक से सुबह 10.30 बजे होगी
गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर मेजर जनरल भवनीश कुमार ने बताया कि परेड की शुरुआत दिल्ली के विजय चौक से सुबह 10.30 बजे होगी. इस क्रम में सैन्य टुकड़ी लाल किले तक मार्च करती हुई जायेगी. मेजर जनरल के अनुसार इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह में फोकस आत्मनिर्भर भारत पर रहेगा. क्योंकि कर्तव्यपथ पर इस बार प्रदर्शित होने वाले सभी हथियार देश में बनाये गये हैं. कहा कि इस बार सशस्त्र बल की 8 मार्चिंग टुकड़ियां शामिल होंगी. जिनमें से 6 थल तो एक-एक वायुसेना और नौसेना की टुकड़ी शामिल है.
परेड में 16 सैन्य टुकड़ियां शामिल हो रही है
इस बार की परेड में 16 सैन्य टुकड़ियां शामिल हो रही है. इसमें पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स भी रहेगी. गणतंत्र दिवस की परेड में अग्निवीर देखने को मिलेंगे. इसके अलावा मिस्त्र की सैन्य टुकड़ी, BSF ऊंट दल की महिला सैनिक भी शामिल होंगी. नारी शक्ति को प्रदर्शित करती नौसैनिक दल का नेतृत्व करने वाली महिला अधिकारी भी परेड की शान होगी. सबसे महत्वपूर्ण बात कि लगभग 4 दशक तक देश की सेवा करने वाले नौसेना का IL-38 एयरक्राफ्ट गणतंत्र दिवस की परेड के बाद इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जायेगा.