Ranchi : रांची के सफदर हाशमी सभागार में सीपीएम दो दिवसीय शिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत हुई. कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए पार्टी के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने कहा कि क्रांतिकारी विचारधारा के बिना क्रांतिकारी परिवर्तन संभव नहीं है. इसलिए पार्टी के जनाधार को वैचारिक रूप से सशक्त करना अत्यंत आवश्यक है.
विश्व व्यवस्था एकध्रुवीय से बहुध्रुवीय हो रही
प्रकाश विप्लव ने वर्तमान वैश्विक परिदृश्य पर चर्चा करते हुए कहा कि विश्व व्यवस्था एकध्रुवीय से बहुध्रुवीय हो रही है. साम्राज्यवाद तथा समाजवाद के बीच का अंतर्विरोध और तीखा हो रहा है. अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ के बीच चीन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन में भारत की उपस्थिति ने अमेरिकी दादागिरी को चुनौती देने का काम किया है.
मार्क्सवादी दर्शन पर चर्चा
कार्यक्रम के पहले सत्र में पार्टी के पूर्व केंद्रीय कमिटी सदस्य अरुण मिश्र ने मार्क्सवादी दर्शन पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि मार्क्स से पहले के दार्शनिकों ने दुनिया की व्याख्या की, लेकिन दुनिया को बदलने का खाका सबसे पहले कार्ल मार्क्स ने प्रस्तुत किया. अरुण मिश्र ने बताया कि मार्क्सवादी दर्शन में चेतना और पदार्थ की हकीकत को सामने रखते हुए सभी चीजों की गतिशीलता को रेखांकित किया गया है. कहा कि कोई भी दर्शन वर्ग निरपेक्ष नहीं हो सकता और हर व्यक्ति अपने आप में एक दार्शनिक है.
कार्यक्रम की रूपरेखा
• दो दिवसीय कार्यक्रम में 19 जिलों से पार्टी के 107 नेतृत्वकारी साथी हिस्सा ले रहे हैं.
• प्रतिभागियों ने 5 समूहों में बंटकर चर्चा की और उभर कर आए प्रश्नों का जवाब प्रश्नोत्तरी सत्र में दिया गया.
• कार्यक्रम का उद्देश्य पार्टी के नेतृत्वकारी साथियों को वैचारिक रूप से सशक्त करना और मार्क्सवादी दर्शन के बारे में जानकारी प्रदान करना.
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