Latehar : भोला शरण डीएवी पब्लिक में ग्रीन डे सेलिब्रेशन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभारी प्राचार्य प्रभात रंजन ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. इसके बाद कार्यक्रम संयोजक सह संगीत शिक्षक सूरज कुमार मिश्रा ने छात्र-छात्राओं को ग्रीन डे के महत्व से अवगत कराया. सूरज कुमार मिश्रा ने कहा कि ग्रीन डे सेलिब्रेशन पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है. लोगों को ग्रीन रूफ टेक्नोलॉजी के महत्व समझाने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए इस तरह के कार्यक्रमों का होना आवश्यक है. इसके बाद एलकेजी और यूकेजी के प्रतिभागियों ने कविता पाठ किया. उन्होंने रोल प्ले मॉडल का भी प्रदर्शन किया. तोता, पेड़, पृथ्वी, अंगूर, अमरूद, करेला, भिंडी सहित अन्य हरे फल-सब्जियां बनकर बच्चों ने उसके बारे में लोगों को बताया. (पढ़ें, लोकसभा से आयी बड़ी खबर, ओम बिड़ला ने सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकृति दी)
बच्चों ने पेड़-पौधे और फल-सब्जियों से संबंधित कार्यक्रम प्रस्तुत किये
कार्यक्रम में क्लास वन और टू के बच्चों ने ग्रुप डांस ”ना काटो मुझे दुखता है…..प्रस्तुत कर वृक्षों की करुणा को दर्शाया और सभी का ध्यान आकृष्ट किया. तीसरे क्लास के विद्यार्थी आयुष और प्रखर ने अगर पेड़ भी चलते होते सस्वर कविता वाचन प्रस्तुत कर बालपन के अपने ख्यालों को व्यक्त किया. बच्चों ने हिंदी नाटक हरी साग-सब्जी और वृक्ष सुरक्षा भी प्रस्तुत किया.
इसे भी पढ़ें : नीतीश कुमार ने पीएम पर कसा तंज, बोले-सब दिन गायब रहते हैं, मणिपुर मुद्दे पर बोलना ना चाहिए
प्रकृति की सुरक्षा करने का लेना चाहिए संकल्प
प्रभारी प्राचार्य प्रभात रंजन ने कहा कि हरा रंग हमारी समृद्धि, हरियाली और उर्वरता का प्रतीक है. हम सभी को आज हरित दिवस समारोह के अवसर पर प्रकृति की सुरक्षा करने का संकल्प लेना चाहिए. मौके पर कला शिक्षक विश्वनाथ साहा व सुशील कुमार दुबे ने भी पेड़-पौधे लगाने की अपील की. मौके पर शिक्षिका शकुंतला पाल, रुक्मणी, अरुण कुमार पांडेय, रवि प्रकाश तिवारी, बसंत कुमार, आशिफ, कुंदन व अजीत कुमार समेंत कई छात्र व छात्रायें उपस्थित थे.
इसे भी पढ़ें : अविश्वास प्रस्ताव 2023 : 2018 में की गयी पीएम मोदी की भविष्यवाणी सोशल मीडिया पर वायरल