Ranchi : रिम्स में दलालों का एक गिरोह काम कर रहा है. अस्पताल के प्रवेश द्वार से लेकर विभागों तक में इनका कब्जा है. गांव से आने वाले मरीजों को फंसा कर पैसा ऐंठना इन दलालों का मुख्य धंधा है. कई बार इन्हें पकड़ा तो जरुर जाता है. लेकिन लिखित शिकायत नहीं मिलने के कारण इन्हें छोड़ दिया जाता है. मंगलवार को भी ऐसी ही घटना हुई. रिम्स के निदेशक डॉ आरके गुप्ता अस्पताल का निरीक्षण करने निकले तो पुराने इमरजेंसी स्थित दवा दुकान के पास तीन दलालों को पकड़ा गया. ये मरीजों को अपने चंगुल में फंसा कर चिनिह्त दवा दुकान से दवा दिलाने का काम करते हैं. इस एवज में दवा दुकान से इन्हें कमीशन मिलता है. एक बार फिर से गिरोह का भंडाफोड़ हुआ. तीन दलालों को पकड़ने के बाद पूछताछ में एक दलाल ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की. जिसके बाद उसे रिम्स के सुरक्षाकर्मियों द्वारा स्थानीय बरियातू थाना को सौंप दिया गया. हालांकि लिखित शिकायत नहीं मिलने के कारण पुलिस ने उसे छोड़ दिया.
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इमरेजेंसी से जुड़ी सेवाओं का किया निरीक्षण
वहीं रिम्स निदेशक ने अस्पताल के इमरेजेंसी विभाग का जायजा लिया. उन्होंने सुविधाओं को और सुदृढ़ करने की बात कही. निरीक्षण के दौरान अपर निदेशक सीमा सिंह, चिकित्सा अधीक्षक डॉ हीरेन्द्र बिरुआ मौजूद थे.
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