Ranchi : रिनपास की पूर्व निदेशक जयति शिमलइ की मुश्किलें थोड़ी बढ़ सकती हैं. मरीज की मौत से जुड़े मामले में एक गवाह ने कोर्ट में यह बयान दिया है कि मरीज की मौत का कारण कार से टक्कर भी हो सकती है. दरअसल रिनपास में एक मरीज की संदेहास्पद मौत के बाद तत्कालीन निदेशक जयति शिमलइ के विरुद्ध रांची सिविल कोर्ट में कंप्लेन केस दर्ज किया गया है, जिसमें एक-एक कर गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं.
मुख्य गवाह के कोर्ट में दिए बयान से बढ़ सकती हैं जयति शिमलइ की मुश्किलें
इस केस की प्रमुख गवाह लावनिया एक्का ने कोर्ट में दिए अपने बयान में कहा है कि उन्होंने ही 14 अप्रेल 2022 को मृतका तेरु निशा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट 919/2022 तैयार की थी. यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट बिना किसी भय या दबाव में बनाया गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दर्शाए गए और जिक्र किए गए जख्म किसी गाड़ी से धक्का लगने पर भी हो सकते हैं.
जयति शिमलइ को क्लीन चिट देने के खिलाफ कोर्ट में प्रोटेस्ट याचिका की गई है दाखिल
बता दें कि मरीज की मौत के मामले में पुलिस द्वारा कोर्ट में फाइनल फॉर्म दाखिल करने और उसमें जयति शिमलइ को क्लीन चिट दिए जाने के खिलाफ इस केस के सूचक सोनू मुंडा ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उसने इसको लेकर कोर्ट में प्रोटेस्ट याचिका दाखिल की है. इस प्रोटेस्ट याचिका पर कोर्ट कंप्लेन केस की तरह सुनवाई कर रहा है .सोनू मुंडा की ओर से अधिवक्ता ईशान रोहन तिवारी पक्ष रख रहे हैं.
जयति शिमलइ की गाड़ी की चपेट में आने महिला हुई थी घायल
दरअसल वर्ष 2022 के अप्रैल महीने में रिनपास की एक महिला मरीज की रिम्स में मौत हो गई थी. मरीज की मौत के बाद रिनपास ने यह कह दिया कि महिला करंज के पेड़ से गिर गई थी. रिम्स में पुलिस को दिए बयान में कहा रिनपास की नर्सिंग स्टाफ सिस्टर मुनुरेन बारला ने यह बताया था कि विक्षिप्त महिला पेड़ से गिर गई थी. उसे रिम्स में लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. जबकि रिनपास के तत्कालीन निदेशक डॉ. सुभाष सोरेन ने कहा कि दुर्घटना की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने जयति सिमलई से स्पष्टीकरण मांगा था. उनका स्पष्टीकरण मिला भी, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी गाड़ी की चोट से महिला घायल हुई थी. जिसके बाद उसे रिम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.