NewDelhi : एक ऐप के जरिए इंटरनेट पर संगठित तरीके से मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाये जाने को लेकर दिल्ली सहित मुंबई में महिलाओं ने शिकायत दर्ज कराई है. खबरों के अनुसार GitHub पर Bulli Bai नाम का ऐप क्रिएट कर उस पर सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की फोटो डाली गयी. फिर उनकी बोली लगाई गयी. मामला प्रकाश में आने के बाद, केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ऐप बनाने वाले यूजर को GitHub पर ब्ल़ाक कर दिया गया है. आगे की कार्र्वाई की जा रही है.
GitHub confirmed blocking the user this morning itself.
CERT and Police authorities are coordinating further action. https://t.co/6yLIZTO5Ce— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) January 1, 2022
For context, no arrests, however sites blocked. In the reemergence of #BulliDeals after #SulliDeals here are my letters to Hon. IT Minister. Dated 30th July&6th September 2021. Received a response on 2nd November. The clubhouse auctioning was to be my zero hour intervention. pic.twitter.com/WvltiAH77U
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) January 2, 2022
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Sulli Deals एप का मामला 2020 में सामने आया था
जानकारी के अनुसार ऐसा एक मामला 2020 में भी सामने आया था. तब GitHub पर Sulli Deals नाम से ऐप बनाई गयी थी. सोशल मीडिया पर दावा है कि इसके पीछे दक्षिणपंथी’ हैं जबकि आधिकारिक रूप से किसी का नाम नहीं आया है. खबरों के अनुसार दिल्ली पुलिस ने एक महिला पत्रकार की शिकायत पर FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. साउथ ईस्ट जिले के साइबर पुलिस थाना में IPC की धारा 509 के तहत अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज हुआ है.उधर मुंबई पुलिस भी शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी की शिकायत पर कार्रवाई कर रही है. इस मामले और Sulli Deals केस का राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी संज्ञान लिया है.
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स्क्रीन शॉट्स के आधार पर एक महिला पत्रकार ने पुलिस में शिकायत की
ट्विटर पर कुछ महिलाओं ने स्क्रीन शॉट्स शेयर करते हुए दावा किया कि Bulli Bai’नाम के ऐप पर उन्हें नीलाम किया जा रहा है. इस ऐप पर सैकड़ों लड़कियों की तस्वीरें मौजूद हैं. नये साल के मौके पर सामने आये स्क्रीन शॉट्स के आधार पर एक महिला पत्रकार ने पुलिस में शिकायत की. साथ ही विभिन्न दलों की महिला नेताओं ने भी इस मामले को उठाया और कार्रवाई की मांग की. आरोप है कि दोनों ऐप्स का मकसद मुस्लिम महिलाओं का मानसिक और शारीरिक शोषण है. दोनों ऐप्स के नाम मुसलमानों के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले आपत्तिजनक शब्द हैं.
दोनों पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें और डीटेल्स अपलोड की गयी. बताया जाता है कि महिलाओं के ट्विटर/इंस्टाग्राम/फेसबुक से जानकारियां और पर्सनल फोटो चोरी कर डाली गयी. एक ऐप जहां सुल्ली ऑफ द डे दिखाती थी, वहीं दूसरी बुल्ली ऑफ द डे. दोनों ही ऐप्स GitHub पर अपलोड की गयी, जो कि माइक्रोसॉफ्ट का सॉफ्टवेयर शेयरिंग प्लेटफॉर्म है. GitHub पर कोई भी इन-डिवेलपमेंट ऐप को अपलोड और शेयर कर सकता है.