New Delhi : ख्याल शैली की मशहूर गायक जोड़ी राजन-साजन मिश्र के पंडित राजन मिश्र का रविवार को कोरोना से निधन हो गया. उनका इलाज दिल्ली के सेंट स्टीफंस अस्पताल में चल रहा था. कोरोना से संक्रमित तो थे, मगर उनकी मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से हुई. उनके निधन से संगीत जगत में गहरा शोक है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि शास्त्रीय गायन की दुनिया में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले पंडित राजन मिश्र जी के निधन से अत्यंत दुख पहुंचा है. बनारस घराने से जुड़े मिश्र जी का जाना कला और संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं.
कई सम्मान से नवाजे गए थे
राजन मिश्र और उनके भाई साजन मिश्र ख्याल शैली में गायन के लिए मशहूर थे. इस जोड़ी को 1971 में भारत सरकार ने संस्कृत अवार्ड दिया था. 1994-95 में गंधर्व सम्मान, 1998 में संगीत नाटक अकादमी और 2007 में पदम् भूषण से नवाजा गया. 14 दिसंबर 2012 को राष्ट्रीय तानसेन सम्मान दिया गया था. इनके 20 से ज्यादा एल्बम भी आए.
पिता और दादा से ली थी संगीत की शिक्षा
1951 में जन्मे राजन मिश्र ने अपने दादा पंडित बड़े राम जी मिश्रा और पिता पंडित हनुमान मिश्रा से संगीत की शुरुआती शिक्षा ली थी. इसके बाद वे 1977 में दिल्ली चले गए. उन्होंने अपने भाई साजन मिश्र के साथ 400 साल पुराने बनारस घराने की परंपरा को आगे बढ़ाया. दोनों ने 1978 में श्रीलंका में अपना पहला कार्यक्रम किया था. कई देशों में लाइव शो किए थे दोनों ने.