Samastipur : समस्तीपुर में बीते 7 मई को बैंक ऑफ महाराष्ट्र की काशीपुर शाखा में 10 करोड़ रुपये की लूट हुई थी, जिसका खुलासा हो गया है. इस लूट की योजना बैंक के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से रची गई थी. बिहार विशेष कार्य बल (STF) और समस्तीपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अब तक कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं. गिरफ्तार किए गए अपराधियों के पास से 3 किलो सोना, दो देसी पिस्तौल और छह जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं.
बरामदगी सोने की शुद्धता की कर रही जांच
बरामद सोने की कीमत लगभग 2.1 करोड़ रुपये आंकी गई है, जिसकी शुद्धता की जांच विशेषज्ञों की मदद से की जा रही है. लूटी गई पूरी रकम और सोना बरामद हो सके, पुलिस इसके लिए लगातार छापेमारी कर रही है.
बैंक कर्मचारी बने साजिशकर्ता
जांच में खुलासा हुआ है कि बैंक द्वारा नियुक्त सोना जांचकर्ता अभिषेक गुप्ता और लोन एजेंट रमेश झा ने अपराधियों को बैंक की सुरक्षा व्यवस्था और अंदर रखे गए आभूषणों की जानकारी उपलब्ध कराई थी. इसके बाद गिरोह ने 9.75 किलोग्राम सोना और 15 लाख रुपये नकद लूट लिए. गिरफ्तार किए गए अन्य प्रमुख आरोपियों में रविश कुमार, करमवीर उर्फ धर्मवीर, दीपक कुमार उर्फ मुंशी, अखिलेश राय उर्फ गोलू यादव, अनुराधा देवी, सविता देवी सहित कई नाम शामिल हैं.
संगठित गिरोह का रहा है पुराना आपराधिक इतिहास
STF के अनुसार, पकड़े गए अपराधियों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. अकेले गोलू यादव पर 21 मामले दर्ज हैं, जबकि रविश कुमार, रंधीर कुमार और दीपक कुमार जैसे अपराधियों पर भी कई जिलों में लूट, डकैती और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हैं. यह गिरोह पहले भी कई संगठित अपराधों को अंजाम दे चुका है
जांच के आधार पर पुलिस ने की छापेमारी
पुलिस ने CCTV फुटेज, मोबाइल लोकेशन और गुप्त सूचनाओं के आधार पर समस्तीपुर, वैशाली और यूपी के गाजियाबाद में छापेमारी कर अपराधियों को पकड़ा गया. ASP संजय कुमार पांडेय के मुताबिक, कुछ अन्य संदिग्धों की तलाश अभी जारी है और जल्द ही उनके भी पकड़े जाने की उम्मीद है.