Gumla: जिले के सिसई प्रखंड से होकर गुजरने वाली नेशनल हाइवे सड़क से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक बालू की चोरी कर रांची जैसे बड़े शहरों में ले जाकर ऊंचे दामों में बेचा जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह सारे कार्य देर रात अंधेरे में होता है जब प्रशासन कंबल के अंदर सोया रहता है. लगातार बालू की चोरी होने से जहां सरकार को करोड़ों रुपए सरकारी राजस्व का नुकसान हो रहा है. वहीं नदियों से बेलगाम उत्खनन होने के कारण नदियों का अस्तित्व भी खतरे में पड़ चुका है. यही नहीं भारी वाहनों के चलने से ग्रामीण सड़कों की स्थिति ऐसी हो गई है जहां दोपहिया वाहन और पैदल चलने वालों को चलना मुश्किल हो जा रहा है.
सरकारी आंकड़े के अनुसार जिले के सभी बालू घाटों में बालू भरा पड़ा है परन्तु हकीकत इसके विपरीत है. जिले से अभी भी प्रतिदिन लगभग 300 हाइवा अवैध बालू तस्करी कर रांची के बाजारों में खुलेआम बेचा जा रहा है. सिसई से रांची एनएच 23 में रात होते ही बालू लोड हाइवा की कतार देखी जा सकती है. सिसई प्रखंड के विभिन्न नदियों में बालू घाटों से दिनभर सैकड़ों ट्रैक्टर की सहायता से नदी से बालू निकाला जाता है. शाम ढलते ही जेसीबी एवं लोडर की सहायता से बालू दस चक्का-बारह चक्का हाइवा में लोड कर रांची भेज दिया जाता है. अवैध बालू लदा हाइवा रांची जाने के क्रम में सिसई, बसिया, भरनो, बेड़ो, नगड़ी आदि थाना क्षेत्र पार करती है पर किसी भी स्थान पर, आम आदमी को कानून का पाठ पढ़ाने वाला प्रशासन इन अवैध बालू लदे हाइवा को हाथ तक नहीं लगाता है.
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