गलत काम का विरोध करने पर साजिश के तहत हुई मॉब लिंचिंग
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लकड़ी खरीदने, काटने और बेचने की बात 2021 अक्टूबर में ही समाप्त हो गई थी. उसे लेकर कोई विवाद नहीं था. सच्चाई यह है कि संजू प्रधान कुछ लोगों के द्वारा किये जा रहे असंवैधानिक और विधि द्वारा प्रतिबंधित कार्यों का विरोध कर रहा था. जिसके कारण ऐसे लोग उसे रास्ते से हटाना चाहते थे. इसलिए मीटिंग बुलाकर इस प्रकार की कार्रवाई की साजिश रची गयी.सिमडेगा एसपी और कोलेबिरा थाना प्रभारी को किया जाये बर्खास्त
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि इन सारी बातों की जानकारी स्थानीय पुलिस को है. घटना के समय भी पुलिस मौजूद थी, लेकिन लोग वीडियो बनाते रहे और जलाकर मारने का कांड होता रहा. संजू की पत्नी पुलिसकर्मियों का पैर पकड़कर हवाई फायरिंग तक करने की गुहार लगती रही, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही. इससे साफ हो गया है कि घटना की साजिश में पुलिस भी संलिप्त है. बाबूलाल ने घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने के साथ-साथ एसपी और कोलेबिरा थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग की है.प्रतिनिधिमंडल में ये लोग थे शामिल
प्रतिनिधिमंडल में बाबूलाल मरांडी के साथ बीजेपी की राष्ट्रीय मंत्री और रांची की मेयर आशा लकड़ा, बीजेपी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद समीर उरांव और प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर शामिल थे. इसे भी पढ़ें – अभिजीत">https://lagatar.in/abhijit-raj-may-become-the-new-state-president-of-jharkhand-youth-congress/">अभिजीतराज बन सकते हैं झारखंड यूथ कांग्रेस के नये प्रदेश अध्यक्ष [wpse_comments_template]

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