Barhi : कोनरा पंचायत अंतर्गत बरही नदी क्षेत्र पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ प्रशासन ने संज्ञान लिया है. सीओ अरविंद देवाशीष टोप्पो के निर्देश पर अंचल कार्यालय ने जहां दो जमीन विक्रेताओं पर प्राथिमकी कराई है. वहीं 13 अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किया है. इस संबंध में ‘शुभम संदेश’ ने 24 अप्रैल के अंक में “बरही नदी पर गड़ी भू-माफियाओं की नजर, जमीन बिक रहे हैं डगर-डगर, अधिकारी बेखबर“ खबर प्रकाशित किया था. उसमें बताया गया था कि कैसे अवैध तरीके से बरही नदी के आसपास की सरकारी जमीन को बेच दी गई है. उसके बाद प्रशासन हरकत में आया.
अंचल प्रशासन की ओर से बरही नदी की सरकारी जमीन की बिक्री करने वाले कोनरा निवासी मो. गुलाम मुस्तफा और मो. गुलाम रसूल के खिलाफ प्राथमिकी का निर्देश दिया जा चुका है. वहीं नोटिस में बताया गया है कि उस क्षेत्र की जमीन लोक अतिक्रमण अधिनियम 1956 के धारा-2 उपधारा-2 के अंतर्गत लोकभूमि के अंदर आता है. सभी अतिक्रमणकारियों से शोकॉज करते हुए जवाब भी मांगा गया है. सीओ की नोटिस से अतिक्रमणकारियों के बीच खलबली मच गई है. सीओ ने बताया कि हद की सीमा पार कर दी गई है. सरकारी जमीन की मनमाने तरीके से बंदरबाट करना गैर कानूनी है. इसमें क्रेता और विक्रेता दोनों के खिलाफ कार्रवाई का प्रावधान है. उन्होंने दो टूक कहा कि अतिक्रमणकारियों के खिलाफ नियम सम्मत कार्रवाई की जाएगी.
इसे भी पढ़ें – बंगाल की खाड़ी में साइक्लोन Mocha की आहट, 7 से 11 मई तक अलर्ट जारी, बांग्लादेश और म्यामांर तक रहेगा असर
इन लोगों के खिलाफ जारी किया गया था नोटिस
जिनके खिलाफ नोटिस जारी किया गया उनमें पूनम देवी पति : उमेश भुइयां, चंद्रदेव यादव पिता : गणेश यादव, सुदामा लोहरा, पंकज चंद्रवंशी पिता : परशु राम, दीपू चौधरी व मदन भुइयां पिता : रामेश्वर भुइयां, फुलवा मसोमात पति : शीतल भुइयां, अर्जुन भुइयां व सुरेंद्र चौधरी पिता : बनवारी चौधरी, सुनील चौधरी पिता : बालेश्वर चौधरी, मुंशी चौधरी पिता : जगलाल चौधरी, जगदीश यादव पिता : सुकर यादव और संजय यादव के नाम शामिल हैं.
इसे भी पढ़ें – BREAKING: जातीय जनगणना पर हाईकोर्ट ने लगाई रोक, नीतीश सरकार को बड़ा झटका