Dhanbad : झरिया के कपूरगढ़ा इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध कोयला खनन का सनसनीखेज मामला सामने आया है.कोयला तस्करों द्वारा कंपनी की जमीन पर कंपनी के समांतर छह अवैध अंडरग्राउंड खदानें खोलकर धड़ल्ले से कोयले का खनन किया जा रहा था. इन खदानों से प्रतिदिन 60 से 70 टन से अधिक कोयला निकाले जाने की जानकारी सामने आई है. इसका खुलासा शुक्रवार को उस समय हुआ जब बीसीसीएल के क्षेत्रीय महाप्रबंधक के आदेश पर नोडल अधिकारी अभिषेक झा व सुरक्षा बल के अधिकारी सुरेन्द्र सिंह जांच के लिए मौके पर पहुंचे. वहां करीब 5,000 बोरों में कोयला जमा करके रखा मिला.
मिली जानकारी के अनुसार, कोयला माफिया द्वारा कंपनी की जमीन पर ही आधा दर्जन से अधिक निजी अंडरग्राउंड खदानें खोल दी गई हैं. इन खदानों में दिन-रात दिहाड़ी मजदूरों को लगाकर अवैध रूप से कोयले का खनन किया जा रहा है. खनन किए गए कोयले को रात के अंधेरे में ट्रकों पर लादकर बाहर भेज दिया जाता है. बताया जाता है कि अवैध कोयला खनन पर वर्चस्व बनाए रखने के लिए इस इलाके में कई बार खूनी संघर्ष भी हो चुके हैं. इसके बावजूद कोयला माफियाओं के हौसले पस्त नहीं हुए हैं.
गौरतलब है कि पूर्वी झरिया क्षेत्र के प्रबंधन के आदेश पर पहले भी इस स्थान पर छापेमारी की गई थी, जिसमें 200 टन से अधिक अवैध कोयला जब्त किया गया था. इस ताजा खुलासे के बाद क्षेत्रीय प्रबंधन एवं सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं.
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