class="size-full wp-image-1010324 aligncenter" src="https://lagatar.in/wp-content/uploads/2025/02/5-8.jpg"
alt="" width="600" height="400" />
झारखंड अद्वितीय सांस्कृतिक विविधता और खेल प्रतिभाओं के लिए प्रसिद्ध
राज्यपाल ने कहा कि झारखंड अपनी अद्वितीय सांस्कृतिक विविधता और खेल प्रतिभाओं के लिए प्रसिद्ध है. यह राज्य न केवल अपनी समृद्ध जनजातीय परंपराओं और लोक कलाओं के लिए जाना जाता है, बल्कि खेलों में भी इसकी विशेष पहचान है. यहां की धरती ने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को जन्म दिया है, जिन्होंने देश का मान बढ़ाया है. तीरंदाजी, हॉकी, फुटबॉल, वुशु और एथलेटिक्स जैसे खेलों में झारखंड के युवा अपनी विशिष्ट पहचान बना चुके हैं. इसी प्रकार संगीत, नृत्य, नाटक और लोककला में भी यहां की प्रतिभाएं राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी छाप छोड़ रही हैं. दीक्षांत समारोह में वे विद्यार्थी सम्मानित हो रहे हैं, जिन्होंने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से न केवल विश्वविद्यालय का, बल्कि पूरे राज्य का नाम रोशन किया है. यह उपलब्धियाँ आपकी मेहनत, लगन और समर्पण का परिणाम हैं.युवा शक्ति खेल, संस्कृति और नवाचार के क्षेत्रों में भी बना रही पहचान
देश की युवा शक्ति केवल ज्ञान अर्जन तक सीमित न रहकर खेल, संस्कृति और नवाचार के क्षेत्रों में भी अपनी पहचान बना रही है. एक स्वस्थ एवं सशक्त समाज के निर्माण में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और यह आवश्यक है कि वे अपने कौशल का उपयोग राष्ट्र की उन्नति के लिए करें. रांची विश्वविद्यालय झारखंड की गौरवशाली शैक्षणिक संस्थाओं में से एक है. यह विश्वविद्यालय निरंतर शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ-साथ खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को भी ऊँचाइयों तक ले जाने में संघर्षरत रहा है. यहां के विद्यार्थी न केवल शिक्षा में बल्कि खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी अपनी विशिष्ट पहचान बना रहे हैं.दीक्षांत समारोह खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों की उत्कृष्टता का प्रतीक
यह दीक्षांत समारोह खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों की उत्कृष्टता का प्रतीक है. रांची विश्वविद्यालय, रांची प्रत्येक वर्ष खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता है और श्रेष्ठ एवं प्रतिभावान छात्रों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लिए तैयार करता है. हर्ष का विषय है कि पुरुष एवं महिला दोनों को समान अवसर प्रदान किए जाते हैं. रांची विश्वविद्यालय ने कई श्रेष्ठ एवं प्रतिभावान रत्न देश को दिए हैं. योग के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय का दूसरा स्थान है. महिला हॉकी में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाली विश्व स्तर की खिलाड़ी हैं, जिनमें सलीमा टेटे, निक्की प्रधान और संगीता कुमारी शामिल हैं. सलीमा टेटे भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान हैं और उन्हें वर्ष 2024 के लिए अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया. निक्की प्रधान झारखंड की पहली महिला हॉकी खिलाड़ी थीं, जिन्होंने ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. यह झारखंड की बेटियाँ देश का गौरव हैं और अन्य युवतियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं. रांची विश्वविद्यालय की महिला हॉकी टीम भी ईस्ट जोन अंतर विश्वविद्यालय टूर्नामेंट की उपविजेता रही है.खेलों के समानांतर सांस्कृतिक गतिविधियां भी इतिहास और संस्कृति से जोड़ती हैं
खेलों के समानांतर सांस्कृतिक गतिविधियाँ भी हमें इतिहास और संस्कृति से जोड़ती हैं. रांची विश्वविद्यालय इस दिशा में भी कटिबद्ध है. विश्वविद्यालय का `जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग’ राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान रखता है. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत खेल और संस्कृति के क्षेत्र में नई ऊचाइयों को छू रहा है. ‘खेलो इंडिया’ जैसी पहल युवाओं को खेलों में आगे बढ़ने और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रेरित कर रही है. यह योजना न केवल प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को आवश्यक संसाधन उपलब्ध करा रही है, बल्कि जमीनी स्तर से खेल संस्कृति को सशक्त कर रही है. इसी तरह, ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ और ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ जैसे कार्यक्रम देश की सांस्कृतिक विविधता को संरक्षित और प्रोत्साहित करने का कार्य कर रहे हैं. इसे भी पढ़ें – अवैध">https://lagatar.in/foreign-minister-said-in-rajya-sabha-the-issue-of-deporting-illegal-immigrants-is-not-new-747-were-sent-in-2009/">अवैधप्रवासियों को डिपोर्ट करने का मामला नया नहीं, 2009 में 747 को भेजा गया था : विदेश मंत्री हर खबर के लिए हमें फॉलो करें Whatsapp Channel: https://whatsapp.com/channel/0029VaAT9Km9RZAcTkCtgN3q
Twitter (X): https://x.com/lagatarIN
google news: https://news.google.com/publications/CAAqBwgKMPXuoAswjfm4Aw?ceid=IN:en&oc=3
Leave a Comment