आयोग ने विभागीय अधिकारियों से किसी भी आर्टिकल को मीडिया में पब्लिश करवाने के पहले अप्रूवल लेने को कहा इसे भी पढ़ें - शिंदे">https://lagatar.in/shinde-government-is-considering-lifting-the-ban-on-cbi-in-maharashtra-may-be-decided-in-the-cabinet-meeting/">शिंदे
सरकार महाराष्ट्र में CBI पर लगी रोक हटाने पर कर रही विचार, कैबिनेट बैठक में हो सकता है फैसला
रजनी प्रिया सृजन महिला विकास समिति की सचिव
बता दें कि रजनी प्रिया के खिलाफ भी कोर्ट ने वारंट जारी किया है. रजनी प्रिया सृजन महिला विकास समिति की सचिव हैं. रजनी प्रिया और अमित कुमार सृजन घोटाला से जुड़े कई मामलों में फरार चल रहे हैं. सीबीआई अभी तक इन दोनों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. इसे भी पढ़ें - मंत्री">https://lagatar.in/the-elder-son-in-law-of-lalu-yadav-attended-the-departmental-meeting-of-minister-tej-pratap-bjp-raised-the-question/">मंत्रीतेजप्रताप की विभागीय मीटिंग में शामिल हुए लालू यादव के बड़े दामाद, बीजेपी ने उठाया सवाल
सरकारी फंड फर्जी तरीके से ट्रांसफर किये गये थे
गौरतलब है कि साल 2004 से 2014 के बीच सृजन महिला विकास सहयोग समिति के खातों में बड़ी मात्रा में सरकारी फंड फर्जी तरीके से ट्रांसफर किये गये थे. समिति ने कथित तौर पर कुछ जिला अधिकारियों, बैंकरों और कर्मचारियों की मिलीभगत से भागलपुर जिला प्रशासन के खातों से विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लिए जमा सरकारी धन को अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करा लिया था. इसे भी पढ़ें - दिल्ली">https://lagatar.in/cbi-raids-delhi-deputy-cm-manish-sisodias-house-kejriwal-said-welcome-cbi-will-give-full-cooperation/">दिल्लीके डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर CBI का छापा, केजरीवाल ने कहा – सीबीआई का स्वागत, करेंगे पूरा सहयोग
कैसे हुआ था खुलासा
बता दें कि भागलपुर के तत्कालीन ज़िलाधिकारी आदेश तितरमारे का एक चेक बैंक ने यह कहकर वापस कर दिया था कि खाते में पर्याप्त पैसे नहीं हैं.यह चेक एक सरकारी ख़ाते का था. बैंक की प्रतिक्रिया से डीएम हैरान हो गये थे. क्यों कि सरकारी ख़ाते में पर्याप्त पैसे होनी चाहिए थी. उसके बाद जिलाधिकारी ने जांच के लिए एक कमेटी बनाई थी.कमेटी की जांच में इंडियन बैंक और बैंक ऑफ़ बड़ौदा स्थित सरकारी ख़ातों में पैसे न होने की पुष्टि हुई थी. जिसकी जानकारी कलेक्टर मे राज्य सरकार को दी थी. उसमें खुलासा हुआ था कि कई सरकारी विभागों की रकम सीधे विभागीय ख़ातों में न जाकर या वहां से निकालकर ‘सृजन महिला विकास सहयोग समिति’ नाम के एनजीओ के 6 बैंक ख़ातों में ट्रांसफ़र कर दी जाती थी. इसे भी पढ़ें - हाथी-">https://lagatar.in/elephant-horse-palanquin-jai-kanhaiya-lals/">हाथी-घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की, चहुंओर हरे रामा-हरे कृष्णा की गूंज… [wpse_comments_template]