Patna : पटना में एक बार फिर से STET अभ्यर्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया. बिहार स्टेट टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (STET) अभ्यर्थियों ने गुरुवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों की प्रमुख मांगें हैं—रिवाइज्ड आंसर-की जारी करना, स्पष्ट एवं आधिकारिक नोटिफिकेशन देना और परीक्षा में पूछे गए आउट ऑफ सिलेबस सवालों पर ग्रेस मार्क्स प्रदान करना.
बड़ी संख्या में छात्र बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) कार्यालय के बाहर जमा हुए और अपनी लंबित मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. छात्र नेता सौरभ के नेतृत्व में गुरुवार सुबह सुबह से ही अभ्यर्थियों का जुटने लगे.
करीब 40–50 अभ्यर्थी सुबह से ही बोर्ड कार्यालय के गेट पर बैठकर नारेबाजी करने लगे. उनका आरोप है कि बोर्ड लगातार उन्हें गुमराह कर रहा है और उनकी आपत्तियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे आंदोलन जारी रखेंगे.
अभ्यर्थियों ने बताया कि परीक्षा में लगभग 21 सवाल आउट ऑफ सिलेबस पूछे गए. इससे हजारों छात्रों के अंक प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा कि छात्रों ने समय पर आपत्तियां दर्ज कराईं, लेकिन बोर्ड की ओर से न तो कोई उचित स्पष्टीकरण आया और न ही रिवाइज्ड आंसर-की जारी की गई. बोर्ड बार-बार सिर्फ तिथि बढ़ा रहा है. हर बार कहा जाता है कि जांच हो रही है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा.
अभ्यर्थियों बताया कि 27, 28 और 29 नवंबर को भी वे बोर्ड कार्यालय का घेराव कर चुके हैं, लेकिन तब भी उनकी शिकायतों पर सुनवाई नहीं हुई. उन्होंने आरोप लगाया कि जारी आंसर-की में कई गंभीर गलतियां हैं. कई सवालों के उत्तर गलत चिह्नित किए गए हैं.
अगर इन त्रुटियों को सुधारा नहीं गया, तो हजारों छात्रों का भविष्य प्रभावित होगा. छात्रों ने यह भी कहा कि आउट ऑफ सिलेबस सवालों के कारण कई प्रतिभाशाली अभ्यर्थी कटऑफ से बाहर हो सकते हैं. ऐसे में ग्रेस मार्क्स देना जरूरी है, ताकि छात्रों के साथ अन्याय न हो.
अभ्यर्थियों की प्रमुख मांगें
रिवाइज्ड आंसर-की जारी करना.
स्पष्ट एवं आधिकारिक नोटिफिकेशन देना.
परीक्षा में पूछे गए आउट ऑफ सिलेबस सवालों पर ग्रेस मार्क्स प्रदान करना.
Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें.



Leave a Comment