New Delhi : सुप्रीम कोर्ट कोल्हापुर मंदिर की हथिनी महादेवी को वनतारा भेजने के खिलाफ दायर याचिका सुनेगा. CJI की अध्यक्षता वाली पीठ द्वारा इसे सूचीबद्ध करने पर सहमति दे दी है. याचिकाकर्ताओं का आरोप है कि हथिनी को जबरन वनतारा ले जाया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर गुरुवार को सुनवाई करने का फैसला किया है.
सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाते हुए कहा है कि हथिनी महादेवी मंदिर की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है. अहम बात यह है कि इससे पूर्व बॉम्बे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट की एक अन्य पीठ ने हथिनी के अनंत अंबानी के वनतारा में स्थानांतरण के आदेश को सही करार दिया था.
बॉम्बे हाईकोर्ट ने जुलाई माह में जैन मंदिर ट्रस्ट की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें हाई पावर कमेटी के उस फैसले को चुनौती दी गयी थी जिसमें हथिनी को वेलफेयर ट्रस्ट में भेजे जाने की सिफारिश की गयी थी. हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि हथिनी की बीमार है. अदालत ने हथिनी को तुरंत जामनगर स्थित वनतारा भेजने का आदेश दिया था.
हथिनी को वनतारा भेजे जाने के बाद हजारों लोग सड़कों पर उतर गये और इसका विरोध किया. मामला बिगड़ते देख महाराष्ट्र के CM देवेंद्र फडणवीस ने हथिनी को वापस लाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करने की बात कही है. इस क्रम में उन्होंने वनतारा टीम से मुलाकात की.
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