डायन-बिसाही के आरोप में दो मई को कर दी गई थी दंपती की हत्या, उसी मामले में था अभियुक्त
Ashish Tagore
Latehar : मंडल कारा, लातेहार के एक विचाराधीन बंदी सेंधु मुंडा की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी. सेंधु के परिजनों ने उसके साथ जेल में मारपीट करने का आरोप लगाया है. दूसरी ओर जेल प्रशासन का कहना है कि सेंधु पहले से बीमार था. उसे बीमारी की हालत में उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सदर अस्पताल उपाधीक्षक अरविंद कुमार ने पूछे जाने पर कहा कि बंदी को बीमारी की हालत में अस्पताल लाया गया था. इलाज के क्रम में उसकी मौत हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पायेगा. वहीं, सेंधु की पत्नी रीना देवी ने कहा कि सेंधु स्वस्थ था. उसे पहले से कोई बीमारी नहीं थी. उसे कभी कोई दौरा नहीं पड़ा. उसे स्वस्थ हालत में पुलिस के द्वारा पकड़ कर जेल ले जाया गया था. परिजनों ने कहा कि बीते शुक्रवार को वे सेंधु से जेल में मुलाकात कर गये थे. उस समय वह पूरी तरह स्वस्थ था. अगर वह बीमार रहता हो इसकी जानकारी उन्हें देता. परिजनों ने आरोप लगाया कि सेंधु के साथ जेल में मारपीट की गयी है. उसके शरीर के पिछले हिस्से में डंडे के निशान हैं. परिजनों ने सेंधु का शव लेने से इंकार कर दिया है. समाचार लिखे जाने तक शव का पोस्टमार्टम नहीं किया जा सका था. जानकारी के अनुसार डीसी के निर्देश पर दंडाधिकारी की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम किया जायेगा.
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चार मई को गया था जेल
बता दें कि बीते दो मई को चंदवा थाना क्षेत्र के हेसला ग्राम में डायन-बिसाही के आरोप में एक वृद्ध दंपती की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. इस हत्या कांड में सेंधु मुंडा भी आरोपी था. तीन मई को चंदवा थाना में मामला दर्ज होने के बाद एसपी अंजनी अंजन के निर्देश पर एसडीपीओ संतोष कुमार मिश्रा व थाना प्रभारी अमित कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था. टीम के सदस्यों ने चार मई के इस हत्याकांड में शामिल 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. उनमें सेंधु मुंडा भी शामिल था.
सेंधु मुंडा की मौत की न्यायिक जांच हो : प्रतुल
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने सेंधु मुंडा की मौत को रहस्यमयी बताते हुए इसकी न्यायिक जांच की मांग की है. प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जेल में बंद विचाराधीन आदिवासी कैदी सेंधु मुंडा की मौत ने कई सवाल खड़ा किये हैं. प्रतुल ने कहा कि सेंधु के शरीर पर कई गहरे चोट के निशान मिले हैं, जो इस बात को बल दे रहा है कि सेंधु की प्राकृतिक मौत नहीं है. प्रतुल ने जेल प्रशासन पर मामले की लीपापोती करने का आरोप लगाया है.
प्रतुल ने सेंधु मुंडा के शरीर पर गहरे जख्मों की तस्वीरों को ट्वीट कर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग को टैग करते हुए कार्रवाई की मांग की है.
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