LagatarDesk : देश का विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार चार सप्ताह से घट रहा है. 26 अगस्त को हुए सप्ताह में यह 3.007 अरब डॉलर घटकर 561.046 अरब डॉलर रह गया. आरबीआई ने शुक्रवार को आंकड़ा जारी करके इसकी जानकारी दी है. आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार में आयी गिरावट की मुख्य वजह फॉरेन करेंसी एसेट्स और गोल्ड रिजर्व का कम होना है. इस गिरावट के बाद विदेशी मुद्रा भंडार दो साल के निचले स्तर पर आ गया है.
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जुलाई की तुलना में अगस्त में कम घटा विदेशी मुद्रा भंडार
आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले 19 अगस्त को समाप्त हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 6.687 अरब डॉलर घटकर 564.053 अरब डॉलर रह गया था वहीं 12 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह में यह 2.23 अरब डॉलर घटकर 570.74 अरब डॉलर पर आ गया था. जबकि 5 अगस्त को सप्ताह हुए सप्ताह में भारत का कोष 89.7 करोड़ डॉलर घटकर 572.978 अरब डॉलर रह गया. इस तरह अगस्त महीने में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 11.932 अरब डॉलर की गिरावट आयी. वहीं इससे पहले जुलाई माह में यह 21.6938 अरब घटा था.
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एक माह में 12.602 अरब डॉलर कम हुआ भारत का फॉरेन करेंसी एसेट्स
विदेशी मुद्रा भंडार में एफसीए का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. बता दें कि एफसीए के बढ़ने से भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़त देखने को मिलती है. वहीं अगर एफसीए घटती है तो देश के भंडार में भी कमी आती है. फॉरेन करेंसी एसेट्स में डॉलर के अलावा यूरो, पाउंड और येन जैसी मुद्राओं को भी शामिल किया जाता है. रिपोर्टिंग वीक में भारत की एफसीए (FCA) 2.571 अरब डॉलर घटकर 498.645 अरब डॉलर रह गयी.
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अगस्त महीने में एफसीए में 12.602 अरब डॉलर की आयी गिरावट
आरबीआई के आकंड़ों के अनुसार, इससे पहले 19 अगस्त को समाप्त हुए सप्ताह में एफसीए 5.77 अरब डॉलर घटकर 501.216 अरब डॉलर पर पहुंच गयी थी. वहीं 19 अगस्त को समाप्त हुए सप्ताह में फॉरेन करेंसी एसेट्स 2.65 अरब डॉलर घटकर 506.99 अरब डॉलर रह गयी थी. जबकि 5 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह में यह 1.611 अरब डॉलर घटकर 509.646 अरब डॉलर पर आ गयी थी. इस तरह अगस्त महीने में फॉरेन करेंसी एसेट्स में 12.602 अरब डॉलर की गिरावट आयी है.
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आलोच्य सप्ताह में 27.1 करोड़ डॉलर घटा गोल्ड रिजर्व
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, आलोच्य सप्ताह में गोल्ड रिजर्व भी घटा है. भारत का स्वर्ण भंडार 27.1 करोड़ डॉलर घटकर 39.643 अरब डॉलर पर आ गया. इससे पहले यह 70.4 करोड़ डॉलर घटकर 39.914 अरब डॉलर पर पहुंच गया था. वहीं समीक्षाधीन सप्ताह में इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी एमआईएफ (IMF) में देश का एसडीआर यानी स्पेशल ड्राइंग राइट (Special Drawing Rights) 10 मिलियन अमरीकी डॉलर घटकर 4.926 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गयी.
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विदेशी मुद्रा भंडार क्या है?
विदेशी मुद्रा भंडार किसी भी देश के केंद्रीय बैंक में रखी गयी धनराशि या अन्य परिसंपत्तियां होती है. ताकि जरूरत पड़ने पर वह अपनी देनदारियों का भुगतान कर सकें. विदेशी मुद्रा भंडार को एक या एक से अधिक मुद्राओं में रखा जाता है. विदेशी मुद्रा भंडार में केवल विदेशी बैंक नोट, विदेशी बैंक जमा, विदेशी ट्रेजरी बिल और शॉर्ट और लॉन्ग टर्म फॉरेन गवर्नमेंट सिक्योरिटीज शामिल होनी चाहिए. हालांकि गोल्ड रिजर्व, स्पेशल ड्राइंग राइट (एसडीआर), और इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (आईएमएफ) के पास जमा राशि भी विदेशी मुद्रा भंडार का हिस्सा होता है.
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