Ranchi : राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान रिम्स झारखंड का एकमात्र और सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है. राज्य सरकार द्वारा इस अस्पताल पर सालाना करोड़ों रुपये का बजट आवंटन होता है. ताकि अस्पताल में बेहतर व्यवस्था की जा सके. लेकिन रिम्स की बदहाल व्यवस्था जगजाहिर है. इस तपती गर्मी में ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर में पंखा सिर्फ नाम का है. ऐसे में कर्मचारी गर्मी में काम करने को बेबस हैं. वहीं अधिकारियों के चैंबर में एसी और पंखा दोनों है. अधिकारी इस गर्मी में ठंडक का एहसास ले रहे हैं. जबकि गर्मी में कर्मचारियों का हाल बेहाल है. (पढ़ें, खूंटी : अनियंत्रित होकर सवारी गाड़ी खाई में गिरी, चार की मौत, 10 घायल)
सिर्फ नाम का पंखा, काम का नहीं
दरअसल ओपीडी में इलाज से पहले मरीजों को रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है. रजिस्ट्रेशन काउंटर में कर्मचारी सुबह 9 बजे से अपनी ड्यूटी में लग जाते हैं. करीब 1400 से 1500 लोगों का हर रोज रजिस्ट्रेशन होता है. इस उमस भरी गर्मी में काउंटर के केबिन का पंखा सिर्फ नाम मात्र का डोल रहा है. एक पंखा बंद है, तो एक पंखा दीवार में झूल रहा है. वहीं दो पंखा नाम मात्र के लिए चल रहा है.
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पंखों की हालत से पता चलता, प्रबंधन हमारे लिए कितना तत्पर
दबी जुबान से कर्मचारियों ने कहा है कि घर चलाने के लिए उन्हें ऐसी परिस्थितियों में काम करना पड़ता है. मरीज जल्दी रजिस्ट्रेशन पेपर की मांग करते हैं. हम अपने काम को निष्ठा से निभाते हैं. लेकिन हमारे लिए प्रबंधन कितना तत्पर है ,यह पंखों की हालत से साफ हो जाता है.
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