Ranchi : रांची विश्वविद्यालय के कुंड़ुख विभाग में मंगलवार को पाठ्यक्रम समिति की दूसरी बैठक हुई. बैठक में नई शिक्षा नीति (N.E.P. 2020) के अनुरूप स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम को शामिल करना है.
बैठक में तय किया गया कि पीजी स्तर पर भारतीय ज्ञान परंपरा को जोड़ते हुए पारंपरिक स्वास्थ्य और चिकित्सा ज्ञान को शामिल किया जाएगा. साथ ही कुंड़ुख साहित्य में निबंध, संस्मरण, आत्मकथा, जीवनी, आलोचना और समालोचना जैसे नए विषय भी जोड़े जाएंगे. सभी शिक्षकों से कहा गया कि वे अपने-अपने हिस्से के सब-चैप्टर तैयार करें, ताकि अगली बैठक में पूरा सिलेबस फाइनल किया जा सके.
बैठक की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ बन्दे खलखो ने की. इसमें विशेषज्ञों और अलग-अलग कॉलेजों से आए सहायक प्राध्यापकों ने हिस्सा लिया. सभी ने एकमत से कहा कि नया पाठ्यक्रम कुंड़ुख भाषा, संस्कृति और पारंपरिक ज्ञान को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगा.
मौके पर डॉ हरि उरांव, डॉ कीर्ति मिंज, प्रेमचंद उरांव, धीरज उरांव, राधिका उरांव, सुमंती तिर्की, अरुण अमित तिग्गा, सुषमा मिंज, हेमंत कुमार टोप्पो और सरिता कच्छप समेत अन्य शामिल थे.
Leave a Comment