Ranchi: इस बार विधानसभा का विशेष सत्र कई मायनों में अलग होगा. इस सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष नहीं दिखेंगे. अब तक भाजपा में नेता प्रतिपक्ष को लेकर संशय बरकरार है. वहीं दूसरी तरफ सत्तारूढ़ दल में शामिल कांग्रेस के विधायक दल का नेता का चुनाव अब तक नहीं हो पाया है. दूसरी खास बात यह भी रहेगी कि इस बार मनोनीत सदस्य सदन में नहीं दिखेंगे. राज्य गठन के बाद पहली बार सदन में एंग्लो इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व समाप्त कर दिया गया है. पिछली बार मनोनीत सदस्य के रूप में ग्लेन जोसेफ गालस्टीन एंग्लो इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. अब सदन में सिर्फ चुने हुए विधायक ही अपनी जनता की समस्याओं को रखेंगे.
कई दलों के एक-एक सदस्य ही जनता की आवाज करेंगे बुलंद
इस विधानसभा में एक अलग सा नजारा दिखेगा. कई राजनीतिक दलों के एक-एक सदस्य ही जनता की आवाज बुलंद करते आएंगे. जदयू, लोजपा, आजसू, जेएलकेएम के एक-एक विधायक ही इस बार चुनाव जीत कर आए हैं. जदयू से सरयू राय, लोजपा (आर) से जनार्दन पासवान, आजसू से निर्मल महतो और जेएलकेएम से जयराम महतो इस बार विधायक बने हैं. वहीं इस विधानसभा में एक भी निर्दलीय विधायक नहीं दिखेगा.
इसे भी पढ़ें – झारखंड विस सत्र : सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, चार IPS, 12 DSP समेत 2000 जवान रहेंगे तैनात