सोशल मीडिया पर केंद्र में अमित-संबित, बिहार में सुमो और झारखंड में रघुवर खूब लताड़े जाते हैं
Ranchi: देश में सबसे मजबूत और एक्टिव बीजेपी का मीडिया सेल है. सोशल मीडिया की ताकत को बीजेपी ने देश में सबसे पहले पहचाना और इसका जबरदस्त फायदा भी उठाया, लेकिन सोशल मीडिया पर ही बीजेपी के कई नेता अपने बयानों से अपने साथ-साथ पार्टी की भी भद पिटवाते रहे हैं. बीजेपी आईटी सेल की चीफ अमित मालवीय, राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा, बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास सोशल मीडिया में अपने पोस्ट में खूब बेइज्जती करवाते हैं. इसके बावजूद हर दिन 10-12 ट्विट किये बिना इन्हें चैन भी नहीं आता. इन नेताओं के ट्विटर हैंडल को खंगाल कर देख लीजिए. इनके पोस्ट पर आये 100 में से 95 कमेंट में यूजर्स इनकी बेइज्जती करते हैं. कई यूजर्स तो गालियां तक देते हैं. शायद ये नेता ट्विट करने के बाद अपने पोस्ट पर आये कमेंट्स को नहीं पढ़ते.
अमित मालवीय के पोस्ट पर आये 270 कमेंट में से 268 बेइज्जती भरा था
आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने 16 मई को ट्विटर पर एक अखबार की कतरन के साथ पोस्ट किया-जिन लोगों को ना इस देश की मान्यताओं की जानकारी है, ना आस्थाओं का ज्ञान, वो दूसरों की मोटर साइकल पर बैठ कर ज्ञान दे रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में पंचक काल (जो इस वक्त चल रहा है) में दाह संस्कार को शुभ नहीं मानते और जल दाह (जल में प्रवाहित) या रेत में दफन करना उचित समझते हैं.
22 मई तक इस पोस्ट पर 1.3 K लाइक आये, 540 रिट्विट थे और 270 कमेंट किये गये थे. 270 में सिर्फ 2 यूजर्स ने इन्हें डिफेंड किया जबकि बाकी यूजर्स ने पोस्ट पर कमेंट करते हुए अमित मालवीय के लॉजिक को बेतुका बताया और खूब बेइज्जती की. कई यूजर्स ने गंदी-गंदी गालियां भी दी. यूजर्स ने कमेंट किया कि अमित मालवीय आप बीजेपी के माने हुए सिद्धांत और मान्यताओं के मुताबिक मूर्ख हैं या नए प्लेट डले हैं दिमाग में. क्यों बुद्धिहीनता का परिचय देते हो. पंचक पूरे 5 दिन रहते हैं, तो क्या हिंदुओं में 5 दिन तक अंत्येष्टि नहीं होगी?
यूजर्स बोले आपका पंचक काल जनता खत्म करेगी
अमित मालवीय के ट्विट एक यूजर ने लिखा अब आप भी अफवाह फैलाने में लग गए हैं. आईटी कंपनी के मुखिया महोदय हम लोग गांव में ही रहते हैं लेकिन जो आप अफवाह फैला रहे हैं यह गलत है, पंचक को ढाल कृपाण बना कर इस्तेमाल कर रहे हैं यह एकदम गलत है. एक और यूजर ने लिखा सच्चाई को स्वीकार करना आपके बस की बात नहीं है क्योंकि आपने झूठ का सम्राज्य बना रखा है. हमारे हिन्दू धर्म में कहीं भी नहीं लिखा कि लाशों को दफनाने का रिवाज है! आपका पंचक काल अब जनता खत्म करेगी टेंशन मत लो.
संबित पात्रा के पोस्ट पर 458 कमेंट, 446 लोगों ने की बेइज्जती
न्यूज चैनलों में घंटों बैठकर लाइव बेइज्जती करवाने के अलावा सोशल मीडिया पर भी बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा अपनी खूब दुर्गति करवाते हैं. 18 मई को संबित पात्रा ने ट्विट किया- भारत की छवि खराब करने के लिए कांग्रेस द्वारा पहले दिन से ही मल्टीपल टूल किट तैयार किए गए थे. ऐसी ही एक किट #CentralVistaProject पर साझा कर रहा हूं. झूठ और छल से भरा हुआ. टूल किट का एकमात्र उद्देश्य बदनाम करना और डायवर्ट करना है.
बीजेपी कार्यकर्ता ही बोले संबित आपकी चमचागिरी अब बर्दाश्त नहीं होती
इस ट्विट को 5.7 K लोगों ने लाइक किया, 3.3 K ने रिट्विट किया और 458 लोगों ने कमेंट किया. इनमें से सिर्फ 12 लोगों ने संबित पात्रा को डिफेंड किया जबकि 446 लोगों ने संबित को खूब लताड़ा. उनकी बेइज्जती की. कई यूजर्स ने गंदी-गंदी गालियां भी दी. यूजर्स ने लिखा भाई ये फेक फोटो क्यों डाल रहे हो, इलाहाबाद नहीं है यहां, अब पूरा प्रयागराज हो चुका है. दूसरे यूजर ने लिखा टूल किट की बजाय अस्पताल मै ड्यूटी करता तो, यूं ही नल्ला बन टूल कीट खेलता नहीं. एक यूजर ने लिखा सुना है कि ये कागज तो तुरंत फर्जी साबित हो गये. और आपके ऊपर एफआईआर होने जा रही है. बीजेपी के एक कार्यकर्ता ने तो लिख दिया कि मैं खुद एक बीजेपी समर्थक हूं. बस एक बात कह रहा हूं कि आप की चमचागिरी अब मुझे अच्छी नहीं लगती! आप सिर्फ टीवी पर बैठकर बहस कर सकते हैं ग्राउंड रियलिटी नहीं देखते.
सुशील मोदी के पोस्ट पर 390 कमेंट, सभी लोगों ने की बेइज्जती
पिछले एक हफ्ते में बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने खूब सोशल मीडिया पर खूब बेइज्जती कराई है. उनके हर पोस्ट पर 95 फीसदी यूजर्स उनका मजाक उड़ाते हैं. 21 मई को उन्होंने ट्विटर पर लिखा लालू की बेटियां डॉक्टर, तेजस्वी यादव कोरोना संक्रमण के दौर में उनकी सेवा क्यों नहीं ली…
इस ट्विट पर 1.9 K लाइक आये, 474 लोगों ने रिट्विट किया और 390 लोगों ने कमेंट किया. इनमें से एक भी कमेंट सुशील मोदी के पक्ष में नहीं थे. सभी 390 लोगों ने सुशील मोदी की बेइज्जती की और उनका मजाक बनाया. एक ने लिखा चुनाव के समय लालूजी के बच्चों को अनपढ़ बताते हो और आज डॉक्टर बता रहे हैं. दूसरे यूजर ने लिखा आप बहुत ईमानदारी से अपनी बेइज्जती करवाते हैं. इस तरह का थेथरपन आपमें ही है. फिर एक यूजर ने लिखा आपका राजनीतिक जीवन ही लालू परिवार पर आश्रित है. आपका अपना कोई जनाधार बिहार में नहीं है. भाजपा ने आपको सेवानिवृत्त कर ही दिया है. हाथ पैर मारते रहिये. लालू के नाम पर ही सही साहेब कुछ कटोरा मे डाल दे प्रयास करते रहने मे कोई बुराई नहीं है.
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लालू की बेटी रोहिणी ने भी सुमो को खूब खरी-खोटी सुनायी
उधर सुशील मोदी के इस ट्विट के बाद लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सुशील मोदी के खिलाफ ट्विटर पर मोर्चा खोल दिया. उन्होंने लिखा- खबरदार आज के बाद तू या तेरे भोपु मेरे या मेरी बहनों के बारे में बोले ना तो समझ लेना. जा कर अपनी so called प्रोफेसर बीवी (पता है कैसे बनी) से पूछ लेना की बेटियों से कैसे बात किया जाता. एक और ट्विट में रोहिणी ने लिखा- ई त ऐकर क़िस्मत आज अच्छा बांटे नहीं तो हम उहां रहती त इनका आज अच्छें से इलाज कर देतीं. बाद में सुशील मोदी की शिकायत पर कुछ समय के लिए रोहिणी का ट्विटर अकाउंट बंद हुआ था.
रघुवर के पोस्ट पर आये 120 कमेंट, 103 लोगों ने की बेइज्जती
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास भी ट्विटर में अपनी बेइज्जती कराने में पीछे नहीं हैं. 7 मई को उन्होंने पोस्ट किया- हेमंत जी द्वारा माननीय प्रधानमंत्री पर की गई टिप्पणी अमर्यादित है. वे लगातार अपनी अक्षमता प्रदर्शित करते रहे हैं. उनसे राज्य नहीं संभल रहा हो और केंद्र की मदद के बिना एक काम भी नहीं कर सकते हैं, तो उन्हें सत्ता केंद्र सरकार को ही सौंप देनी चाहिए.
रघुवर के इस पोस्ट पर 844 लाइक आये, 202 रिट्विट और 120 कमेंट आये. 120 में से 103 कमेंट रघुवर के पोस्ट के खिलाफ थे. एक यूजर ने लिखा- आपसे संभल गया था क्या राज्य. दूसरे यूजर ने लिखा- आप झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं ये मुझे विश्वास नहीं हो रहा है. क्योंकि आप जैसे नेता इस तरह का शब्द का प्रयोग करेंगे ये बहुत ही निंदनीय है. हां रघुवर जी आपसे ज्यादा ही ज्ञान हेमंत सोरेन के पास है.
यूजर बोले राज्य को 1700 करोड़ का कर्जदार बनाने वाले आप ही हैं
एक और यूजर ने लिखा- 5 साल में झारखंड को 1700 करोड़ का कर्जदार बनाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जी आप वही हैं ना जिनको राज्यसभा भेजने की बात हुई तो आपकी पार्टी के ही 22 विधायकों ने आपका विरोध किया क्यों ? आप कितने अच्छे मुख्यमंत्री थे ये अपनी पार्टी में खुद की वर्तमान स्थिति से आपको समझ में आ गया होगा. एक अन्य ने लिखा- याद है कुछ, कैसे आपने राज्य की गरीब जनता के पैसों का इस्तेमाल हाथी उड़ाने के लिए किया था. सत्ता का मजा ले चुके हैं. अब नहीं हैं, तो बिलबिला रहे हैं.
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