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दारोगा मीरा सिंह की नाजायज कमाई छिपाने के लिए उसका पति बेचता था सब्जी

Ranchi: महिला दारोगा मीरा सिंह की नाजायज कमाई के सिंडिकेट में उसका पति प्रीतम सिंह भी शामिल था. ये महिला दारोगा अपनी नाजायज कमाई को छिपाने के लिए पति को कागजी तौर पर सब्जी का थोक विक्रेता दिखाया करती थी. महिला दारोगा अपनी नाजायज कमाई का इस्तेमाल घरेलू खर्चे के लिए किया करती थी. 


साथ ही अपनी नाजायज कमाई को अपने पति की जायज कमाई साबित करने के लिए मनी लॉन्ड्रिंग का सहारा लेती थी. प्रवर्तन निदेशालय द्वारा PMLA के तहत दायर आरोप पत्र (prosecution complain) में इन तथ्यों का उल्लेख किया गया है.


ईडी की ओर से दायर आरोप पत्र में कहा गया है कि एसीबी द्वारा मीरा सिंह को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ़्तार करने के सिलसिले में दर्ज प्राथमिकी को इसीआइआर के रूप में दर्ज कर मामले की जांच की. 


जांच के दौरान ईडी ने मीर सिंह और जमीन कारोबारी लाल मोहित राय नाथ शाहदेव के ठिकानों पर छापा मारा था. छापेमारी के दौरान शाहदेव के ठिकाने से 12 लाख रुपये नकद जब्त किये गये थे. जांच के दौरान पाया गया कि मीरा सिंह ने यह रकम शाहदेव को अपने पति प्रीतम सिंह के नाम पर जमीन खरीदने के लिए दी थी. 


हालांकि मीरा सिंह ने इससे संबंधित जानकारी राज्य सरकार को नहीं दी थी. नियमानुसार, मीरा सिंह के पति के नाम पर जमीन खरीदने के लिए शाहदेव को दी गयी रकम की जानकारी सरकार को देनी चाहिए थी. मीरा ने यह रकम अपनी नाजायज आमदनी में दी थी. इस तथ्य को छिपाने के लिए इसकी जानकारी राज्य सरकार को नहीं दी गयी थी.


ईडी ने जांच में पाया कि मीरा सिंह ने नाजायज कमाई के लिए एक सिंडिकेट तैयार कर रखा था. इस सिंडिकेट में उसका पति प्रीतम सिंह भी शामिल था. मीरा सिंह इस सिंडिकेट के सहारे हुई नाजायज कमाई को अपने पति की जायज आमदनी दिखाने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाया करती थी. 


वह मनी लॉन्ड्रिंग के सहारे अपनी नाजायज कमाई को अपने पति की जायज कमाई दिखाने की कोशिश करती थी. मीरा सिंह अपनी नाजायज कमाई का इस्तेमाल घरेलू खर्चे के लिए किया करती थी. यानी दाल,चावल,दूध,घी सहित घरेलू खर्चे की दूसरी चीजें नाजायज कमाई से मिले पैसों से की जाती थी. 


अपनी नाजायज कमाई को पति की जायज आमदनी दिखाने के लिए पति को कागजी तौर पर सब्जी को थोक विक्रेता बना दिया था. मामले की जांच के दौरान पाया कि इस महिला दारोगा के पति ने कभी वास्तविक तौर पर गाजर, मूली, खीरी, गोभी, भिंडी सहित अन्य सब्जियां ना तो कभी खरीदी ना ही कभी बेची.

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