Pramod Upadhyay
Hazaribagh : कोई सरकारी बोरिंग में मोटर डाल रहा है, तो किसी ने निजी कुएं में ताला जड़ दिया है. हजारीबाग के कटकमसांडी प्रखंड स्थित पबरा में पानी के लिए लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. दो जून की रोटी से ज्यादा पानी के लिए परेशान हैं. अहले सुबह तीन बजे से ही चापाकलों और कुएं पर ग्रामीणों की भीड़ लगनी शुरू हो जाती है और फिर दिनभर पानी के लिए आपाधापी मची रहती है. पबरा शास्त्री मोहल्ला में एक चापाकल पर करीब दो हजार की आबादी निर्भर है. इस गांव में करीब 400 परिवार बसे हैं. यहां के एक व्यक्ति ने सरकारी बोरिंग में मोटर लगा रखी है, जिसकी खिलाफत अन्य ग्रामीण करते हैं. वहीं दिनभर की भीड़ देखकर एक ग्रामीण ने अपने कुएं के ऊपर जाल लगाकर ताला जड़ दिया. एक अन्य चापाकलों से 24 परिवार के लोग अपनी प्यास बुझाते थे. लेकिन धीरे-धीरे उस चापाकल से पानी की धार घटती चली गई. लोगों ने चापाकल को बनवाना चाहा, लेकिन मिस्त्री ने बताया कि इसके अंदर मोटर लगा हुआ है, इसलिए हैंडल मारने से पानी कम निकलता है. उसके बाद लोगों ने काफी हंगामा किया. लेकिन गांव का दबंग होने के कारण उस व्यक्ति ने चापाकल से मोटर नहीं निकाला. उसके बाद लोगों ने जनप्रतिनिधि से भी शिकायत की और डीसी को भी ट्वीट किया.
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इस संबंध में शास्त्री मोहल्ला निवासी सरिता देवी, बबीता देवी, रोशनी देवी, पिंकी देवी और काली यादव ने बताया कि कुछ साल पहले गांव के ही एक निजी स्कूल के शिक्षक रातों-रात सरकारी बोरिंग में मोटर लगा लिया. निजी कुएं में भी लोग ताला लगा दे रहे. ऐसे में पानी की विकट समस्या हो गई है.
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