Ranchi : पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार के खिलाफ तेवर तल्ख कर लिए हैं. कहा कि स्वर्गीय सूर्या हांसदा एक राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता थे. चार बार लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव लड़े. उनके ऊपर दर्ज मुकदमों से वे बरी होते जा रहे थे. 300 से अधिक गरीब बेसहारा बच्चों को पढ़ाते थे, उनके आवास में भोजन की व्यवस्था करते थे.
खान खनिज की बड़े पैमाने पर हो रही लूट का विरोध करने के कारण माफिया बिचौलियों के आंख की किरकिरी बन गए थे. पुलिस का तथाकथित एनकाउंटर पूरी तरह फर्जी है. भाजपा इस हत्या की सीबीआई जांच चाहती है ताकि दूध का दूध पानी का पानी हो सके.
रिम्स 2 के नाम पर रैयतों की खेतिहर जमीन लूटी जा रही
एक तरफ हेमंत सरकार में आदिवासियों की हत्या हो रही. वहीं, रिम्स 2 के नाम पर रैयतों की खेतिहर जमीन लूटी जा रही. रैयत जमीन देना नहीं चाहते. पहले भी तत्कालीन बिहार सरकार ने रैयतों को जमीन नहीं लेने का आश्वासन दिया था. फिर भी हेमंत सरकार जमीन लूटने पर अड़ी है.
भाजपा रैयतों के साथ पूरी तरह खड़ी है. दोनो मुद्दों पर सरकार को आज के विशाल राज्यव्यापी प्रदर्शन के माध्यम से चेतावनी दे रही है कि यदि हेमंत सरकार पाक साफ है तो सूर्या हांसदा की हत्या की जांच सीबीआई से कराए और नगड़ी के रैयतों की जमीन वापस करे.
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