Washington : डोनाल्ड ट्रंप की आव्रजन कार्रवाई के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के बीच लॉस एंजिल्स में रविवार को तनाव बढ़ गया. लॉस एंजिल्स में दो दिनों से हिंसा, झड़प बढ़ गयी है. ट्रंप ने जारी विरोध प्रदर्शनों में मास्क के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है.
California National Guard troops arrived in Los Angeles to quell demonstrations over President Trump's immigration enforcement, as the state's Democratic governor called their deployment unlawful https://t.co/Lrs9uQnxNO pic.twitter.com/Tltd20TNLF
— Reuters (@Reuters) June 9, 2025
रविवार को ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया कि अब से विरोध प्रदर्शनों में मास्क पहनने की अनुमति नहीं दी जायेगी. ट्रंप ने सोमवार को भी दोहराया, याद रखें, कोई मास्क नहीं! ट्रंप ने कहा कि लॉस एंजिल्स पर अवैध विदेशियों और अपराधियों ने आक्रमण कर कब्जा कर लिया है.
सोशल मीडिया पोस्ट में राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने होमलैंड सुरक्षा सचिव क्रिस्टी नोएम, रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी को अन्य सभी संबंधित विभागों और एजेंसियों के साथ समन्वय कर लॉस एंजिल्स को प्रवासी आक्रमण से मुक्त कराने और इन प्रवासी दंगों को समाप्त करने के लिए आवश्यक सभी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि गवर्नर गेविन न्यूस्कम और मेयर बास को लॉस एंजिल्स के लोगों से उनके द्वारा किये गये बेहद खराब काम के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए. इसमें अब चल रहे एलए दंगे भी शामिल हैं. आरोप लगाया कि ये प्रदर्शनकारी नहीं हैं, उपद्रवी और विद्रोही हैं.
प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए ट्रंप द्वारा सैकड़ों नेशनल गार्ड सैनिकों को तैनात किये जाने की खबर है. इस कारण क्षेत्र में प्रदर्शन और भी तेज़ हो गये. उन्होंने कहा कि नेशनल गार्ड ने बहुत बढ़िया काम किया. ट्रंप ने कहा, लॉस एंजिल्स में दो दिनों की हिंसा, झड़प और अशांति के बाद नेशनल गार्ड ने शानदार काम किया है. हमारे पास एक अक्षम गवर्नर और मेयर हैं. दरअसल शुक्रवार को लॉस एंजिल्स के डाउनटाउन में शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन शनिवार को पैरामाउंट और पड़ोसी कॉम्पटन तक फैल गया.
खबरों के अनुसार लॉस एंजिल्स में अमेरिकी इमिग्रेशन और सीमा शुल्कप्रवर्तन (ICE) की कार्रवाई के कारण शुक्रवार को क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन बढ़ गया. कारण एक दिन पहले नकाबपोश और हथियारबंद इमिग्रेशन एजेंटों ने लॉस एंजिल्स के अलग-अलग हिस्सों में हाई-प्रोफाइल कार्यस्थलों पर छापेमारी की थी. इमीग्रेशन के खिलाफ कार्रवाई से यहां लोग भड़क गये. ट्रंप की ओर से नेशनल गार्ड की तैनाती के बाद हालात बिगड़े. गाड़ियां जलीं, पुलिस ने आंसू गैस और रबर बुलेट्स का इस्तेमाल किया.
लॉस एंजिल्स में आव्रजन उल्लंघन के आरोप में छापेमारी में कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. ICE ने कहा कि उसने इस सप्ताह देश भर में हर दिन 2,000 अवैध लोगों को गिरफ्तार किया है.शुक्रवार को एलए के डाउनटाउन में एक संघीय इमारत को 1,000 से ज़्यादा प्रदर्शनकारियों ने घेर लिया था. शनिवार को शहर के दक्षिणी इलाके (पैरामाउंट) में अतिरिक्त प्रदर्शन हुए. मीडिया के अनुसार भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और फ्लैश-बैंग ग्रेनेड का प्रयोग किया गया.
लॉस एंजिल्स कैलिफोर्निया का एक शहर है. ट्रंप भले ही रिपब्लिकन राष्ट्रपति हैं, लेकिन लॉस एंजिल्स में ट्रंप की विरोधी डेमोक्रेटिक पार्टी के गवर्नर हैं. डेमोक्रेटिक गवर्नर गेविन न्यूसम ने कहा कि हिंसा को भड़काना, बड़े पैमाने पर अव्यवस्था को बढ़ावा देना, शहरों को सैन्य कैंप में बंदल देना और विरोधियों को गिरफ्तार कर देना, ये तानाशाहों की कार्रवाइयां हैं, राष्ट्रपति की नहीं.
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