पांच सूत्री मांग को लेकर पहुंचे थे कर्मचारी
एचईसी ऑफिसर्स एसोसिएशन अपने पांच सूत्री मांग 24 महीनों का सैलरी भुगतान, सीपीएफ, मेडिकल फैसिलिटीज, फॉर्म 16 और आईटीआर के मुद्दे को लेकर वार्ता करने पहुंचे थे.बकाया वेतन भुगतान की तारीख तय करने की मांग पर अड़े कर्मचारी
इस दौरान एचईसी कर्मचारियों ने बताया कि हेडक्वार्टर का घेराव करने के बाद जब अधिकारियों ने उनकी नहीं सुनी तो मजबूरन उन लोगों को गेस्ट हाउस का घेराव करना पड़ा. पिछले एक साल से बकाया वेतन को लेकर लगातार कर्मचारी विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन प्रबंधन की तरफ से बकाया वेतन भुगतान को लेकर कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है. एचईसी गेस्ट हाउस का घेराव करने पहुंचे कर्मचारियों ने कहा कि जब तक उनके बकाए वेतन के भुगतान करने की तारीख निर्धारित नहीं की जाएगी, तब तक कर्मचारी प्रदर्शन जारी रखेंगे.एचईसी श्रमिक संगठन ने कूल डाउन को बताया गलत
एचईसी श्रमिक संगठन के भवन सिंह ने एचईसी मजदूर संघ के 5 यूनियनों ने टूल डाउन से पीछे रहने को गलत बताया. उन्होंने कहा कि यह यूनियनों का मानसिक दिवालापन और उनके कायरतापन की निशानी है. विगत कई महीनों से एक काम को छोड़कर कहीं काम ही नहीं है. वैसे में कूल डाउन करना किसी भी नजरिये से उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि ऑफिसर्स, स्थाई और सप्लाई सभी ने एचईसी चलाने का रोड मैप और बकाया वेतन आधुनिकीकरण तथा बैंक गारंटी और कार्यशील पूंजी को लेकर निर्णायक संघर्ष की शुरुआत की. अचानक हटिया कामगार यूनियन के नेताओं ने एचईसी बचाने के नाम पर मजदूरों की एकता सप्लाई और स्थायी के बीच विभेद पैदा कर आंदोलन और मांग के साथ विश्वासघात किया. पांचों यूनियनों के साथ ही एचईसी मजदूर संघ, बीएमएस ने एक साथ विश्वासघाती कदम उठाया. अंदर जाकर संघर्ष करने की बात कहकर गये, लेकिन चार महीने बाद, अब जब पेमेंट भी नहीं मिल रहा है तो, अब कुल डाउन के रूप में गलत कदम उठाया है. इसे भी पढ़ें - कांग्रेस">https://lagatar.in/congress-fields-priyanka-from-wayanad-rahul-will-remain-in-rae-bareli/">कांग्रेसने वायनाड से प्रियंका को उतारा, राहुल रायबरेली में बने रहेंगे [wpse_comments_template]
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