दलीप सिंह और लावरोव दोनों इसी सप्ताह भारत आ रहे हैं
जानकारी के अनुसार दलीप सिंह और लावरोव दोनों इसी सप्ताह भारत आ रहे हैं. भारतीय मूल के दलीप सिंह अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन के बहुत खास माने जाते हैं. सूत्रों के अनासर दलीप सिंह भारत को यूक्रेन के मसले पर अपना रुख बदलने के लिए मनाने आ रहे हैं. जान लें कि भारत ने अभी तक रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को लेकर तटस्थर रुख अपना रखा है. रूसी विदेश मंत्री लावरोव चीन की यात्रा के बाद भारत आ रहे हैं. चीन में लावरोव अफगानिस्तान के मुद्दे पर आयोजित होने जा रही विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होंगे. वैसे लावरोव और दलीप सिंह क यात्रा के बारे में अभी आधिकारिक रूप से ऐलान नहीं किया गया है. माना जा रहा है कि लावरोव एक अप्रैल को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे. रूस चाहता है कि अमेरिकी प्रतिबंधों का असर भारत के साथ रक्षा और आर्थिक समझौतों पर न पड़े. इसे भी पढ़ें : राहुल">https://lagatar.in/rahul-gandhi-attacked-pm-on-the-issue-of-petrol-diesel-employment-farmers-released-modis-daily-to-do-list/">राहुलगांधी ने पेट्रोल-डीजल, रोजगार, किसानों के मुद्दे पर पीएम को घेरा, मोदी की Daily To Do List जारी की
अमेरिका और भारत के बीच रिश्तों में तनाव चल रहा है
बता दें कि यूक्रेन संकट को लेकर अमेरिका और भारत के बीच रिश्तों में तनाव चल रहा है.पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्र पति जो बाइडन ने कहा था कि संभवत: भारत को छोड़कर दुनिया ने पूरे यूरोप और प्रशांत क्षेत्र में यूक्रेन में रूसी आक्रामकता के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चा बनाया है. यह भी कहा था कि भारत इस मुद्दे पर क्वॉ ड के साथ अस्थिर है. अमेरिका की राजनीतिक मामलों की अंडर सेक्रेटरी विक्टोररिया नूलैंड ने भी भारतीय वार्ताकारों के साथ यूक्रेन पर चर्चा की थी. नूलैंड ने कहा कि दुनिया के लोकतंत्रों को रूस और चीन जैसे तानाशाही शासन के खिलाफ एक साथ खड़ा होना चाहिए जो सुरक्षा के लिए खतरा बन गये हैं. इसे भी पढ़ें : 27">https://lagatar.in/27-lakh-vs-22-crore-votes-prashant-kishor-explained-the-maths-it-will-take-20-years-for-kejriwal-to-take-on-the-bjp/">27लाख बनाम 22 करोड़ वोट, प्रशांत किशोर ने गणित समझाया, केजरीवाल को भाजपा का मुकाबला करने में लगेंगे 20 साल…

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