- 45 छात्र पर एक शिक्षक, बच्चों को नहीं मिल रहा क्वालिटी एजुकेशन
- बच्चों का ड्रॉपआउट रेट 50 प्रतिशत तक पहुंचा
की अनदेखी हो रही है. क्लास 01 से 08 तक के स्कूलों में आरटीई के आधार पर 33,853 शिक्षकों के पद रिक्त है. वहीं सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में नियमित शिक्षकों के रिक्त पद 24,344 है. इसका खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है. सीधा असर बच्चों की अत्याधुनिक और समान शिक्षा व्यवस्था से वंचित रहना पड़ रहा है. सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे बेहतर">https://lagatar.in/whether-or-not-the-governors-permission-is-required-on-the-new-tac-manual-the-department-in-the-loop-the-cancellation-of-the-planning-policy-is-also-hindered/35119/">बेहतर
शिक्षा के लिए प्राइवेट स्कूल का रुख कर रहे हैं. दूसरी तरफ प्रदेश में बच्चों का ड्रॉपआउट रेट 50 प्रतिशत तक पहुंच गया है. इसे भी पढ़ें : CM">https://lagatar.in/cm-honored-women-corona-warriors-credited-kovid-19-relief-in-jharkhand-to-women-of-the-state/35103/">CM
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30 छात्रों पर एक शिक्षक का है नियम
प्रदेश में आरटीई के तहत 30 स्टूडेंटस पर एक शिक्षक रखने का नियम है. यू-डायस 2019-20 के अनुसार प्रारंभिक विद्यालय क्लास 06 से 08 के बीच 45 स्टूडेंटस पर एक शिक्षक है. वहीं क्लास 01 से 06 के बीच 35 स्टूडेंटस पर 01 शिक्षक है. आरटीई के अनुसार सरकारी स्कूलों में 136045 शिक्षकों की आवश्यकता है. लेकिन हाई स्कूलों में शिक्षकों के 25,169 पदों में से मात्र 11,553 पदों पर ही शिक्षक नियुक्त है. और 13616 पद अभी खाली है. इसी प्रकार प्लस—2 स्कूली में भी 5610 स्वीकत पदों में से मात्र 2546 पदों पर ही शिक्षक कार्यरत है. और 3064 पद अभी भी खाली हैं.आरटीई के तहत 97412 शिक्षकों की जरूरत, 33853 पद रिक्त
फरवरी 2021 तक सरकारी स्कूलों में 74,63,906 स्टूडेंटस नामांकित हैं. इसमें क्लास 01 से 06 के बीच 24,30,601 नामांकित स्टूडेंटस हैं. वहीं क्लास 06 से 08 के बीच 13,05,612 नामांकित स्टूडेंटस हैं. इनको पढ़ाने के लिए आरटीई के तहत कुल 97,412 शिक्षक चाहिए. मगर प्रदेश में 63,559 शिक्षक कार्यरत हैं. वहीं आरटीई के तहत 33,853 शिक्षकों के पद रिक्त हैं.शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत नहीं है शिक्षक
नामांकित छात्रों की संख्या : क्लास 01 से 05 तक 24,30,601 छात्र क्लास 06 से 08 तक 13,05,812 छात्र टोटल नामांकित छात्र : 37,36,213 कार्यरत शिक्षक की संख्या क्लास 01 से 05 तक 38,701 शिक्षक क्लास 06 से 08 तक शिक्षक 8,247 टोटल कार्यरत शिक्षक : 46,948 आरटीआई के अनुसार आवश्यक शिक्षक संख्या क्लास 01 से 05 तक 62,534 शिक्षक क्लास 06 से 08 तक 34,878 शिक्षक टोटल शिक्षक जरूरी : 97,412 आरटीआई के आधार पर रिक्त पद क्लास 01 से 05 तक शिक्षकों के रिक्त पद 18,695 क्लास 06 से 08 तक शिक्षकों के रिक्त पद 15,158 टोटल शिक्षकों के रिक्त पद : 33,853प्रदेश में बढ़ रही है ड्रॉपआउट स्टूडेंट्स की संख्या
सरकारी स्कूलों में नामांकित बच्चों की शिशु पंजी तैयार हो रही है. इसके तहत सर्वे भी हो रहा है, जिसमें कक्षा पांच तक 40,778 बच्चे ड्रॉपआउट पाये गये हैं. वहीं वर्ष 2020 में कक्षा आठ की बोर्ड परीक्षा में 5,03,862 और इंटर की परीक्षा में 2,31,182 स्टूडेंट शामिल हुए थे. 2,72,680 स्टूडेंट्स ने बोर्ड के बाद पढ़ाई छोड़ दी, जिसमें ज्यादातर बच्चे ऐसे हैं, जो बोर्ड व 11वीं की परीक्षा में असफल होने के बाद आगे की पढ़ाई नहीं करते हैं. 2019-20 में 60,444 बच्चे 10वीं में ड्रॉपआउट के रूप में चिह्नित किये गये थे.alt="" width="600" height="400" />
आंकड़ों से समझें, आगे की कक्षाओं में कैसे कम हो रहे हैं बच्चे
कक्षा 8 में स्टूडेंट्स – 5,03,862 कक्षा 9 में स्टूडेंट्स – 4,17,030 कक्षा 10 में स्टूडेंट्स – 3,85,144 कक्षा 11 में स्टूडेंट्स – 3,39,061 कक्षा 12 में स्टूडेंट्स – 2,31,182 इसे भी पढ़ें : नयी">https://lagatar.in/whether-or-not-the-governors-permission-is-required-on-the-new-tac-manual-the-department-in-the-loop-the-cancellation-of-the-planning-policy-is-also-hindered/35119/">नयीTAC नियमावली पर राज्यपाल की अनुमति जरूरी या नहीं, पसोपेश में विभाग, नियोजन नीति रद्द होने में भी पेच

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