Ranchi : झारखंड कैबिनेट में लिये गये फैसले के अनुरूप राज्य के विश्वविद्यालयों में आवश्यकता आधारित सहायक प्राध्यापकों को गर्मी छुट्टी में गैर शैक्षणिक काम दिया गया है. हाल ही में विश्वविद्यालयों में अनुबंध पर रखे गये इन शिक्षकों का मानदेय बढ़ाया गया है. साथ ही निर्णय लिया गया था कि छुट्टियों में इन्हें ऑनलाइन क्लास व अन्य गैर शैक्षणिक काम करवा कर मानदेय दिया जाएगा. इसके लिए विनोबा भावे विश्वविद्यालय ने इसके लिए नोटिस जारी किया है. जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय और कोल्हान विश्वविद्यालय ने शिक्षकों पर छोड़ा है. जो शिक्षक क्लास लेंगे, उनका मानदेय नहीं कटेगा.
डीएसपीएमयू ने ने अब तक कोई नोटिस नहीं जारी किया
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय भी शिक्षकों से काम ले रहा है. सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. एसके सिंह ने कहा कि कॉलेजों के प्रिंसिपल को पत्र जारी कर दिया गया है. प्रिंसिपल अपने स्तर से इनसे काम लेंगे. रांची विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ सुदेश कुमार साहू ने कहा कि विश्वविद्यालय में ऑनलाइन क्लास नहीं करवाया जा रहा है. इन्हें एग्जाम ड्यूटी और कॉपी चेक में लगाया गया है. डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय ने अब तक कोई नोटिस नहीं जारी किया है.
हमें ऑनलाइन क्लास देना चाहिए: डॉ त्रिभुवन शाही
सहायक प्राध्यापक संघ, रांची विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष डॉ त्रिभुवन शाही ने कहा कि झारखंड के दूसरे विश्वविद्यालयों में शिक्षकों से काम लेने का नोटिस जारी कर दिया गया है. लेकिन रांची विश्वविद्यालय ने अभी तक ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है. हमलोगों को ऑनलाइन क्लास देना चाहिए. कैबिनेट के निर्णय के बाद भी विश्वविद्यालय कुछ नहीं कर रहा है. विश्वविद्यालय को कुछ ऐसा करना चाहिए, ताकि हमलोगों को महीने में 57700 रुपये मानदेय मिल सके.
इसे भी पढ़ें – यौन शोषण के आरोपों से घिरे बृजभूषण ने कहा, हमने रैली स्थगित की, अयोध्या जिला प्रशासन ने कहा, हमने इजाजत नहीं दी