Uttarakhand : कोरोना की दूसरी लहर का कहर थोड़ा कम होते ही जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र का दौरा करने लगे है. कोरोना की लहर से परेशान पूरे देश हो चुका है. ऐसे में गांव में कम सुविधा के कारण ज्यादा समस्या सामने आयी है. गांव के लोगों ने स्वास्थ्य व्यवस्था अच्छी नहीं होने कारण कई अपनों को खो दिया है. जिसका गुस्सा देखने को मिल रहा है. उत्तराखंड के झबरेड़ा गांव में बीजेपी विधायक को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा है. जहां लोगों ने विधायक को खरी खोटी सुनाई है.
वोट मांगने आये तो लठ तैयार है
मिली जानकारी के मुताबित बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल जैसे ही झबरेड़ा गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र निरीक्षण करने पहुंचे थे. वहां सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित हो गये और गांव की उपेक्षा का आरोप लगाने लगे. ग्रामीणों ने कहा कि विधानसभा चुनाव में गांव में घुसने नहीं देंगे. वहीं एक ग्रामीण ने कहता है कि विधायक जी आपके सिर्फ पद का सम्मान है, जो आज आपको छोड़ रहे हैं, अगर आप इलेक्शन टाइम वोट मांगने आएंगे तो आपके के लिए लठ तैयार है. ग्रामीणों ने बीजेपी विधायक को सीधे धमकी देते हुए गांव से चले जाने के लिए कहा.
जमकर विधायक को खरी खोटी सुनाई
लोगों ने बताया कि विधायक देशराज कर्णवाल करोना महामारी को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए पहुंचे थे और लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर रहे थे. इसी दौरान एक गांव में लोगों ने उन्हें घेर लिया और जमकर विधायक को खरी खोटी सुनाई. हालांकि विधायक ने चुप्पी साध ली.
ग्रामीणों का ने आरोप लगाया कि विधायक बनने के बाद देशराज कर्णवाल ने गांव में कोई भी काम नहीं कर रहे है, कोरोना काल में भी गांव में स्थित खराब थी. गांव की स्वास्थ्य व्यवस्था काफी खराब है. ना तो यहां कोई डॉक्टर है. और ना यहां पर रात को उपचार के लिए कोई व्यवस्था है.गांव की सड़कों पर गंदा पानी भरा रहता है. क्यों कि गांव में नाली की व्यवस्था नहीं है.
विधायक गुस्साए ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास करते रहे
ग्रामीणों ने कहा कि विधायक बनने के बाद वो कभी भी गांव के लिए काम नहीं कर रहे है. लोगों की समस्या को सुनने और उसका निदान करने के लिए विधायक साहब के पास समय नहीं है. पूरी घटना के बाद भी बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल गुस्साए ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास करते रहे, लेकिन ग्रामीण उन्हें खरी खोटी सुनाते रहे.