Khunti: पत्थलगड़ी क्षेत्र के रूप में बदनाम भंडरा के ग्रामीणों ने फिर सरकारी योजनाओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. क्षेत्र के ग्रामीणों ने मुआवजे की आड़ में नहर निर्माण का काम पर रोक लगवा दी है. इतना ही नहीं निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को डराया धमकाया भी गया. पोकलेन में तोड़ फोड़ भी की गई है. ऐसे में निर्माण कार्य लगी कंपनी ने फिलहाल यहां बंद कर दिया है. इधर घटना की सूचना मिलते ही खूंटी पुलिस वहां पहुंची. लेकिन तब तक वहां से सभी लोग जा चुके थे. कंपनी के साइट इंचार्ज राम सुरेश यादव ने बताया की कई दिनों से इस क्षेत्र के ग्रामीणों की नजर नहर निर्माण कार्य पर है. और काम बंद करने के लिए दबाव भी बनाया जा रहा था. उन्होने बताया की 1970 में बने नहर के पक्कीकरण का कार्य चल रहा है. इसी नहर को लेकर ग्रामीणों का कहना है की जब नहर बनी थी तब उन्हे मुआवजा नहीं मिला है. जब तक मुआवजे की राशि नही मिल जाती पक्कीकरण का कार्य नहीं होने दिया जाएगा. इसी को लेकर गुरूवार को लाठी डंडे से लैश होकर ग्रामीणो ने कार्य स्थल पर धावा बोल दिया.
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प्रशासन के लिए संवेदनशील है भंडरा का क्षेत्र
कंपनी के साइट इंचार्ज राम सुरेश यादव ने कहा कि यह इलाका पत्थलगड़ी के लिए बदनाम रहा है. इसलिए बिना सुरक्षा व्यवस्था के काम करना अब संभव नहीं है. उन्होंने बताया की वैसे भंडरा के ग्रामीणों को तीन किमी के इलाके में नहर निर्माण कार्य पर आपत्ति है. ग्रामीणों ने साफ तौर पर कह दिया है कि बिना मुआवजा कार्य नहीं करने दिया जाएगा. गौरतलब है की खूंटी का भंडरा वही इलाका है जहां सबसे पहले 9 मार्च 2017 को पत्थलगड़ी हुई थी. यहीं से पूरे जिले में पत्थलगड़ी की आग फैली थी. भंडरा के लोग हर सरकारी योजनाओं का बहिष्कार भी करते रहे हैं. इस इलाका का कांकी गांव जहां एसपी, एसडीओ समेत 150 पुलिसकर्मियों को रातभर बंधक बनाकर रखा गया था. तब से यह इलाका बदनाम और पुलिस प्रशासन के लिए संवेदनशील रहा है.
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‘नहर में जमीन गई है, मुआवजा चाहिए- ग्रामीण’
भंडरा पुटकलटोली के दशाय पाहन ने कहा की मामला मुआवजा से जुड़ा है. जब नहर बना था तक कई लोगों को मुआवजा नहीं मिला था. उनमें से एक परिवार उनका भी है. 50 साल बाद मुआवजे की मांग के सवाल पर दशाय ने कहा की नहर में जमीन गई है, फिर से नहर को पक्कीकरण किया जा रहा है. लिहाजा मुआवजा मांगना उनका हक है. वहीं एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि नहर निर्माण कार्य को रोकने के पीछे मुआवजा का मामला सामने आया है. जिलास्तर पर इस पर कार्रवाई होनी है. रही बात धमकी व तोड़फोड़ की तो नहर निर्माण कार्य में लगे कंपनी ने अभी तक लिखित में कुछ नहीं दिया है. लिखित में शिकायत आने पर कार्रवाई की जाएगी.
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